जौनपुर: जिले के सीएमओ कार्यालय में फर्जी नियुक्ति पत्र के सहारे डार्क रूम सहायक पर तैनाती लेने आए युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. विगत कई महीनों से वह अधिकारियों पर नियुक्ति के लिए दबाव बना रहा था. जौनपुर की लाइन बाजार पुलिस ने जालसाज के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है.
मृतक आश्रित के आधार पर पाना चाहता था नियुक्ति
शुक्रवार को एक युवक फर्जी नियुक्ति पत्र के सहारे स्वास्थ्य विभाग में डार्क रूम पर तैनाती के लिए आया था. मूल रूप से एटा जिले का निवासी नित्यानंद महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं की ओर से जारी नियुक्ति पत्र दिखाते हुए जॉइनिंग की मांग कर रहा था. इससे पहले भी वह 25 अगस्त 2020 को इसी नियुक्ति के संदर्भ में आया था. युवक की तरफ से दिए गए पत्र में लिखा था कि मथुरा जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात स्वास्थ्य कार्यकर्ता भूप सिंह की सेवा कार्य में ही मृत्यु हो गई थी. मृतक आश्रित के आधार पर नित्यानंद सिंह को जौनपुर में डार्क रूम सहायक पद पर नियुक्त किया जाए.
इस बाबत सीएमओ डॉ. राकेश सिंह ने पत्र की जांच के बाद नौकरी देने की बात कही थी. इसकी पड़ताल के लिए उन्होंने इस पत्र को राज्य मुख्यालय लखनऊ भेजा. लखनऊ से जो रिपोर्ट आई, उसे पढ़कर सीएमओ चौंक उठे. जांच रिपोर्ट में बताया गया था कि नियुक्ति पत्र और इस पर दर्ज अधिकारियों के नाम और मोहर फर्जी हैं. जांच रिपोर्ट विगत 21 जनवरी को सीएमओ को प्राप्त हो गई थी. युवक द्वारा घर से फोन करके जल्द से जल्द ज्वाइनिंग कराने के लिए दबाव बनाया जा रहा था. शुक्रवार को ज्वाइनिंग के लिए नित्यानंद कार्यालय पहुंचा तो मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राकेश ने इसकी सूचना लाइन बाजार थाने को दी. लाइन बाजार थाने के दारोगा योगेंद्र यादव ने मौके पर पहुंचकर नित्यानंद को गिरफ्तार कर लिया.
इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय कुमार ने बताया कि फर्जी दस्तावेज के आधार पर युवक द्वारा नौकरी के लिए दबाव बनाया जा रहा था. शुक्रवार को युवक जब सीएमओ दफ्तर पहुंचा तो इसकी सूचना पुलिस को प्राप्त हुई. सीएमओ डॉ. राकेश कुमार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जालसाज युवक को जेल भेज दिया गया है.