उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

जौनपुर: पीएचडी प्रवेश परीक्षा में धांधली का आरोप, अभ्यर्थियों ने रिक्शा चलाकर किया प्रदर्शन - जौनपुर ताजा खबर

उत्तर प्रदेश के जौनपुर के वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश परीक्षा में धांधली का मामला सामने आया था. जिससे पीएचडी के अभ्यर्थियों ने विश्वविद्यालय पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर रिक्शा चलाकर विरोध प्रदर्शन किया.

पीएचडी अभ्यर्थियों ने रिक्शा चलाकर किया विरोध प्रदर्शन.

By

Published : Oct 12, 2019, 5:07 PM IST

जौनपुर:जिले के वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश परीक्षा में धांधली का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. प्रवेश परीक्षा में पीएचडी के अभ्यर्थियों ने विश्वविद्यालय का विरोध करते हुए रिक्शा चलाकर विरोध प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों का कहना था की पहले पीएचडी प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट जारी करके पास किया जाता है फिर एक सप्ताह बाद पास हुए सैकड़ों से ज्यादा अभ्यर्थियों को फेल कर दिया जाता है. विश्वविद्यालय जिम्मेदार अधिकारियों से बात करने जवाब गोलमोल दिया जाता है.

पीएचडी अभ्यर्थियों ने रिक्शा चलाकर किया विरोध प्रदर्शन.

पीएचडी अभ्यर्थियों ने रिक्शा चलाकर किया प्रदर्शन

  • जिले में स्थित पूर्वांचल विश्वविद्यालय पीएचडी प्रवेश परीक्षा 2019 का आयोजन किया गया था.
  • इसमें पिछले महीने में दो बार रिजल्ट घोषित किया गया था.
  • दूसरी बार पर 100 से ज्यादा बच्चों को पास वालों को फेल घोषित किया गया.
  • जिससे अभ्यर्थी आक्रोशित होकर विश्वविद्यालय पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
  • अभ्यर्थियों ने पूरे मामले में राज्यपाल को पत्रक एवं कुलपति का प्रतीकात्मक पुतला फूंका था.
  • छात्रों द्वारा कुलपति को सद्बुद्धि देने के उद्देश्य से सड़कों पर रिक्शा चलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया.
  • छात्रों ने सड़क पर घूम-घूम कर रिक्शा चला कर विरोध दर्ज कराया.

इसे भी पढ़ें- जौनपुर: सुनवाई न होने से क्षुब्ध होकर दंपति ने डीएम कार्यालय के सामने किया आत्मदाह का प्रयास

पूर्वांचल विश्वविद्यालय की पीएचडी की परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को जानबूझकर फेल कर दिया जाता है और पैसा लेकर असफल छात्रों को पास कर दिया गया है. जब पूरे मामले में अभ्यर्थी कुलपति से मिलने जाते हैं उन्हें गोलमोल जवाब दिया जाता है. कहा जाता है कि मानवीय त्रुटि बस ऐसा हो गया है. जब तक सुधार नहीं किया जाता है तब तक हम लोग इस तरह का कुलपति के विरोध में आंदोलन करते रहेंगे.
-दिव्य प्रताप सिंह, छात्र

ABOUT THE AUTHOR

...view details