जौनपुर:आयुर्वेदिक चिकित्सकों का दावा है कि अल्जाइमर जैसी बीमारी का इलाज सबसे अच्छा आयुर्वेद में होता है, लेकिन सरकार की गलत नीतियों के कारण वर्तमान में आयुर्वेद विभाग कुपोषित हो गया है. कुपोषण के चलते विभाग के ज्यादातर अस्पताल डॉक्टरों की कमी के चलते सूने पड़े हैं.
36 आयुर्वेदिक अस्पतालों में केवल 6 चिकित्सक ही तैनात. जिले के आयुर्वेदिक चिकित्सक चंद्र प्रकाश ने बताया की अल्जाइमर बीमारी का सबसे बढ़िया इलाज आयुर्वेद में है. वहीं आयुर्वेद की अश्वगंधा, ब्राह्मी शंखपुष्पी जैसी दवाओं के माध्यम से इस बीमारी को पूर्णतया ठीक किया जा सकता है, लेकिन इस विभाग में संसाधनों की कमी के चलते मरीजों को बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा है.
पढ़ें-जौनपुर: सपा नेता ने फाड़ा हिन्दू देवता का पोस्टर, वीडियो वायरल
अल्जाइमर एक ऐसी बीमारी है, जिसमें याददाश्त धीरे-धीरे कम होने लगती है. वहीं इस बीमारी का सबसे बढ़िया इलाज आयुर्वेद में माना जाता है, लेकिन जिले के आयुर्वेदिक अस्पताल इन दिनों कुपोषण का शिकार है. इस बीमारी को आयुर्वेदिक दवाओं के माध्यम से पूर्णतया ठीक किया जा सकता है.
पढ़ें-जौनपुर: गोमती के बढ़ते जलस्तर से कई गांव में घुसा पानी, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
ऐसा आयुर्वेदिक चिकित्सकों का दावा है, लेकिन वहीं चिकित्सकों का दर्द भी छलक उठता है कि सरकार ने उनके विभाग को संसाधनों से विहीन कर दिया है. अगर आज सरकार उनकी विभाग के साथ भेदभाव न करती इस बीमारी के साथ कुछ और बीमारियों पर भी काबू पाया जा सकता है. जनपद के 36 आयुर्वेदिक अस्पतालों में केवल 6 चिकित्सक ही तैनात हैं, जबकि दवाइयां भी कुछ सीमित बीमारियों के लिए उपलब्ध है. ऐसे में सरकार को आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के माध्यम से इस बीमारी को ठीक करने के लिए कदम उठाना चाहिए.
आयुर्वेदिक चिकित्सक चंद्र प्रकाश ने बताया अल्जाइमर जैसी बीमारी का आयुर्वेदिक दवाओं से सबसे बेहतर इलाज किया जा सकता है, लेकिन सरकार की गलत नीतियों के कारण आज आयुर्वेदिक अस्पताल खाली पड़े हैं.