जौनपुर: देश में दिन-प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है. जनपद से लेकर देश तक वास्तविक कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बताने के लिए सरकार ने आरोग्य सेतु नाम के एक ऐप की शुरुआत की. यह ऐप लॉकडाउन के पहले चरण से ही पूरे देश में चल रहा है. इस ऐप में कई तरह की खासियत भी है. लोगों को इस ऐप की मदद से संक्रमण से बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी मिलती है. साथ ही साथ संक्रमित व्यक्ति से नजदीकी खतरे की स्थिति में प्रयोग कर्ता को अलर्ट के माध्यम से संदेश देता है.
आरोग्य सेतु ऐप की नहीं है समझ आरोग्य सेतु ऐप की नहीं है समझ
जनपद में इन दिनों कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, इसलिए आरोग्य सेतु ऐप की उपयोगिता और बढ़ जाती है. जनपद की वर्तमान में कुल जनसंख्या 56 लाख इसमें से केवल 5 लाख 33 हजार 640 लोगों ने ही इस ऐप को इंस्टॉल किया है. हालांकि यह संख्या कुल जनसंख्या का 9.51 फीसदी ही है, जो काफी कम है. जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि अगर ऐप में लोग सही जानकारी दें, तो इससे काफी फायदा हो सकता है. मगर लोगों में आरोग्य सेतु ऐप की समझ तक नहीं है. जनपद में इन दिनों कोरोना मरीजों की संख्या 2800 को पार कर चुकी है.
ऐसी स्थिति में लोगों के लिए आरोग्य सेतु काफी ज्यादा उपयोगी हो सकता है. मगर अधिक लोग इसमें सभी जानकारियों को नहीं दे रहे हैं. इस वजह से यह ऐप लोगों की ठीक से मदद नहीं कर पा रहा है. वर्तमान में होम आइसोलेशन और क्वारंटीन में रहने वाले मरीजों को इस ऐप पर दिन में दो बार अपनी स्थिति की रिपोर्ट देनी है. इसे स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लागू कराया जा रहा है. इससे समझा जा सकता है कौन से जनपद में आरोग्य सेतु ऐप के प्रति लोगों में कितनी समझ है.
आरोग्य सेतु ऐप में लोग सही जानकारियां नहीं दे रहे हैं. अगर लोग सही ढंग से इसका उपयोग करें तो यह ऐप कोरोना से बचाने में काफी सहायक होगा. जो व्यक्ति होम आइसोलेशन और क्वारंटीन में रह रहे हैं, उन्हें ऐप का प्रयोग करके दिन में दो बार अपनी जानकारी को अपडेट करना है.
-डॉ. राकेश कुमार, सीएमओ
रोडवेजकर्मी हौसला यादव बताते हैं कि वह आरोग्य सेतु ऐप का प्रयोग काफी दिनों से कर रहे हैं. इसकी मदद से उन्हें संक्रमण से खुद को बचाने में काफी मदद मिल रही है, क्योंकि यह खतरे की स्थिति में उन्हें अलर्ट मैसेज भी देता है.
-हौसला यादव, रोडवेजकर्मी
250 से ज्यादा कर्मी आरोग्य सेतु ऐप का उपयोग कर रहे हैं. इसी ऐप की बदौलत रोडवेज के कर्मी कोरोना संक्रमण से बचे हुए हैं. ऐसे में रोडवेज बसों में सफर कराने के दौरान यात्रियों से काफी ज्यादा खतरा है, लेकिन ऐप की मदद से उन्हें काफी मदद मिल रही है.
-वीके श्रीवास्तव, एआरएम जौनपुर डिपो