जौनपुर: बच्चों में आयरन की कमी को दूर करने के लिए सरकारी अभियान चलाया जा रहा है, ताकि एनीमिया की समस्या पर काबू पाया जा सके, लेकिन जौनपुर में स्कूली बच्चों के लिए आयी आयरन एंड फोलिक एसिड सप्लीमेंट की दवा के बंडल कूड़े के ढेर में मिले हैं.
जौनपुर: बच्चों में आयरन-खून बढ़ाने वाली सरकारी दवाइयों में लगाई आग
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में बच्चों को दी जाने वाली आयरन की दवाइयां कूड़े के ढ़ेर में पड़ी मिली. जिम्मेदार अधिकारी द्वारा अपनी लापरवाही को छुपाने के लिए कूड़े में पड़ी सारी दवा को आग के हवाले कर दिया गया है.
आयरन, खून बढ़ाने वाली सरकारी दवाईयों में लगाई गई आग.
सुईथाकला बीआरसी कार्यालय के सामने एक खंडहर भवन के किनारे भारी मात्रा में कूड़े में फेंकी गई इस दवा में तमाम ऐसी हैं, जिनकी एक्सपायरी डेट बाकी है. कूड़े में फेंकी गयी दवा का वीडियो वायरल होने बाद स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग में हड़कम्प मच गया है. जिम्मेदार अधिकारी द्वारा अपनी लापरवाही को छुपाने के लिए कूड़े में पड़ी सारी दवा को आग के हवाले कर दिया गया है.
कूड़े के ढ़ेर में मिली दवाइयां
- सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों में खून की कमी को दूर करने के लिए आयरन और फोलिक एसिड की दवाएं बांटी जाती हैं.
- जौनपुर में ये दवाएं बच्चों को नहीं खिलाई जाती हैं, बल्कि इनकी खानापूर्ति की जाती हैं.
- सुईथाकला बीआरसी परिसर में भारी मात्रा में सरकारी दवाएं फेंकी हुई पाई गई हैं.
- आयरन और फोलिक एसिड की दवाएं अभी भी उपयोग करने लायक हैं.
- इन दवाओं को बच्चों को खिलाने की बजाय उन्हें कूड़े में फेंक दिया गया.
- इन दवाओं में आग लगाकर अपनी कमियों को छुपाने के प्रयास का आरोप है.
- पूरे मामले पर स्वास्थ्य विभाग ने शिक्षा विभाग को जिम्मेदार माना है.