जौनपुर:कोरोना का शादियों पर बड़ा असर देखने को मिल रहा है. पहले बेटियों की शादी धूमधाम से करने के लिए बहुत पैसा खर्च होता था, वहीं जब कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए सरकार ने शादियों में लोगों की संख्या निर्धारित की तो इससे शादियों में होने वाला खर्च खुद-ब-खुद कम हो गया. पहले शादी विवाह के आयोजनों पर लोग पानी की तरह पैसा बहाते थे, वहीं अब गिनती के लोगों की मौजूदगी में बिना किसी दिखावे के शादियां हो रही हैं. वहीं काफी लोग इससे खुश भी नजर आ रहे हैं.
शादियों के खर्च में आई कमी
कोरोना काल के दौरान शादियों में बारातियों की संख्या निर्धारित होने और दिखावे के लिए डीजे, लाइटिंग और आर्केस्ट्रा सहित फिजूलखर्ची पर रोक लगने के चलते शादियों का बड़ा खर्च अब कम हो गया है. शादियों में मैरिज लॉन का खर्च 70 से 80 हजार और बैंड बाजे का खर्च 12 से लेकर 20 हजार तक होता है. यही हाल आर्केस्ट्रा और आतिशबाजी का भी होता है, जिसका खर्च 20 हजार से 30 हजार तक आता है, लेकिन कोरोना संकटकाल में हो रही शादियों में ये सारे खर्च बच गए.
वहीं बारातियों की संख्या भी सीमित होने के कारण खाने का भी बड़ा खर्च बचा है. यहां तक कि अब ज्यादातर शादियां दिन में ही हो रही हैं. इससे अब लड़की के मां-बाप काफी खुश हैं और वह आगे भी सरकार से ऐसे नियमों की मांग कर रहे हैं.
शादी में बचे पैसे को रोजगार में लगाएंगे रमेश
14 जून को सोनी चौहान की शादी हुई है. पहले जहां उनके मां-बाप शादी के लिए काफी चिंतित थे, वहीं लॉकडाउन के दौरान उनकी यह चिंता कम हो गई. सोनी की शादी में केवल 50 लोग ही उपस्थित थे, जिसके कारण उनका बहुत बड़ा खर्च कम हो गया. यही हाल उनके पति रमेश चौहान का भी है. उन्होंने अपनी शादी के लिए तीन लाख रुपये के खर्च का अनुमान लगाया था, लेकिन इस दौरान डेढ़ लाख से भी कम में उनकी शादी हो गई है. अब वह अपने बचे हुए पैसे को रोजगार में लगाएंगे.
75 हजार रुपये में हुई शादी
30 जून को अपनी बेटी की शादी ज्ञान सिंह ने की है. बेटी की शादी पहले उन्होंने दूसरी तिथि पर तय की थी, लेकिन दूल्हे के गोवा में फंसे होने की वजह से उन्होंने शादी की डेट बदल कर 30 जून को कर दी. जहां पहले उन्हें शादी पर ढाई से 3 लाख रुपये के खर्च होने का अनुमान था, वहीं अब उनकी बेटी की शादी 75 हजार रुपये में ही हो गई. इससे वह काफी राहत महसूस कर रहे हैं.