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जौनपुर: गोशाला बनी 'मौतशाला', भूख से दम तोड़ रहे गोवंश - cows do not get fodder in cowshed

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में गोशालाओं का बुरा हाल है. प्रदेश सरकार गायों के रखरखाव को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन हकीकत बिल्कुल उसके उलट है. जिले के शाहगंज के ताखापूरा में बने एक गोशाला में चारा पानी नहीं मिल पाने से गोवंश दम तोड़ रहे हैं.

गोशाला में भूखे मर रहे गोवंश.

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Published : Sep 16, 2019, 11:55 PM IST

Updated : Sep 17, 2019, 9:57 AM IST


जौनपुर: यूपी सरकार भले ही गाय प्रेम में बेतहासा बजट लुटा रही हो, लेकिन सरकार के अधिकारी गोवंशों को चारा और पानी तक उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं. जिले में सरकारी गोशालाओं और ट्रस्ट द्वारा चलाये जा रहे गोशालाओं का बुरा हाल है. इन गोशालाओं में गोवंश लापरवाही के चलते भूख और प्यास से तड़प तड़प कर दम तोड़ रहे हैं.

गोशाला बनी 'मौतशाला', भूख से दम तोड़ रहे गोवंश

शाहगंज के ताखापूरा में एक ट्रस्ट की गोशाला स्थापित है. इन दिनों यह गोशाला गायों के लिए 'मौतशाला' बनी हुई है. इस गोशाला में इस समय 23 गोवंश हैं लेकिन यहां पर इनके खाने के लिए चारा और साफ पानी नहीं है. ऐसी बदहाल स्थिति में यहां एक-एक करके गोवंश दम तोड़ रहे हैं.

गोशाला में भूखे मर रहे गोवंश

  • शाहगंज के ताखापुरम में पिछले 10 साल से एक ट्रस्ट गोशाला का संचालन कर रही है.
  • इस गोशाला में वर्तमान समय में 23 गोवंश पल रहे हैं.
  • गोवंशों को खाने के लिए न तो चारा है और न ही पीने के लिए साफ पानी है.
  • पूरे गोशाला की बाउंड्री वॉल टूटी हुई है और नगर पालिका इस टूटे हिस्से में पूरे शहर का कूड़ा भी गिराती है.
  • गोशाला में पिछले दो महीनों से गायों को चारा नहीं मिला है, जिसके कारण भूख और प्यास से गोवंश एक-एक करके दम तोड़ रहे हैं.
  • गोवंश मरने के बाद उन्हें खुले में ही छोड़ दिया जाता है, पूरे गोशाला में चारों तरफ गंदगी और गोवंश के कंकाल बिखरे पड़े हैं.
  • योगी सरकार के राज में इस गोशाला में गोवंशों की इस दुर्गति को देख कोई भी विचलित हो जाए, लेकिन अधिकारियों को यह दुर्दशा नहीं दिखाई दे रही.

गोशाला की दुर्दशा पर लोग चिंतित

ताखा पूरा गांव निवासी आनंद पांडेय ने बताया कि इस गोशाला की हालत काफी खराब है. यहां पर पशु आए दिन मरते रहते हैं. इसके अलावा नगर निगम पूरे शहर का कूड़ा गोशाला के बाहर ही फेंकता है.
गोशाला के केयरटेकर विवेक सोनी ने बताया कि वह पिछले छह साल से इस गोशाला में हैं. यहां पर सरकार की कोई भी सहायता नहीं मिलती है.


इस पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच कराई जाएगी जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
-गिरीश यादव, शहरी विकास मंत्री

Last Updated : Sep 17, 2019, 9:57 AM IST

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