जौनपुर: जिले का भूमिगत जलस्तर तेजी से घट रहा है, जिसमें सबसे बड़ी भूमिका अवैध रूप से चल रही आरओ प्लांट की है. जिले में 350 से ज्यादा आरओ प्लांट हैं, जिनमें ज्यादातर अवैध हैं. इन आरओ प्लांटों से एक चौथाई पानी ही पीने लायक होता है, जबकि तीन चौथाई पानी बर्बाद हो जाता है.
जौनपुर: जनपद में अवैध चल रहे 300 से ज्यादा आरओ प्लांटों को जिलाधिकारी ने कराया बंद
उत्तर प्रदेश के जनपद में बड़ी संख्या में अवैध आरओ प्लांट चल रहे हैं, जो मानकों को ताक पर रखकर भूमिगत जल का समुपयोजन कर रहे हैं. जल शक्ति मंत्रालय से मिले निर्देश पर जिलाधिकारी ने सभी आरओ प्लांटों को बंद करने के निर्देश दिए हैं.
अवैध रूप से चल रहे आरओ प्लांट को बंद करने का निर्देश दिया.
अवैध आरओ प्लांट बंद करने का निर्देश-
- अचानक से आरओ प्लांट के बंद होने से लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ा.
- जिले में 350 से ज्यादा आरओ प्लांट हैं, जिनमें ज्यादातर अवैध हैं.
- इन आरओ प्लांटों से एक चौथाई पानी ही पीने लायक होता है.
- आरओ प्लांट से प्रतिदिन तीन चौथाई पानी बर्बाद हो रहा है.
- जिले में प्रतिदिन 10 लाख लीटर पानी बर्बाद होता है.
- जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने अवैध आरओ प्लांटों को बंद करने के निर्देश दिए हैं.
- पानी की बर्बादी को रोकने के लिए जिला अधिकारी का यह कदम सराहनीय है.
Last Updated : Jul 24, 2019, 6:11 PM IST