जौनपुर: जनपद के आरटीओ ऑफिस में दलालों को वर्चस्व को देखते हुए एआरटीओ प्रवर्तक ने जिला प्रशासन से कार्रवाई करने का आग्रह किया था. इसके तहत जिला प्रशासन और आरटीओ की संयुक्त टीम ने छापेमारी की. कार्रवाई में संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई.
जिला प्रशासन और आरटीओ की संयुक्त टीम ने की छापेमारी. प्रशासन ने की छापेमारी-- लाइन बाजार थाना क्षेत्र के आरटीओ ऑफिस में जिला प्रशासन एवं आरटीओ ने संयुक्त रूप से छापेमारी की.
- आरटीओ ऑफिस में छापेमारी से अवैध रूप से काम करने वाले लोगों में दहशत का माहौल बन गया.
- एआरटीओ प्रवर्तक एसपी सिंह ने बताया कि अराजकतत्व आरटीओ ऑफिस में काम कराने के लिए दबाव बना रहे थे.
- इस पर लगाम लगाम लगाने के लिए डीएम, एसएसपी और नगर मैजिस्ट्रेट, सीओ सिटी सहित थाना प्रभारी ने छापेमारी की.
इसे भी पढ़ें:- जौनपुर: सपा कार्यकर्ता को जान का खतरा, एसपी से लगाई सुरक्षा की गुहार
- इस दौरान आरटीओ ऑफिस कैंपस में 21 लोग संदिग्ध पाए गए और नौ दुकानों में छापेमारी की गई.
- ऑनलाइन साइबर वाले जो रशीद काटते हैं, जिसके फीडिंग का समय सिर्फ 15 या 20 दिन का मिलता है.
- वे लोग कागजात अपने पास रखकर कैंडिडेट के साथ मिलकर गैरकानूनी काम करते थे.
- इसके संबंध में एआरटीओ और पुलिस की टीम आगे की कार्रवाई करेगी.
छापेमारी में जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी, पुलिस अधीक्षक रवि शंकर छवि, नगर मैजिस्ट्रेट सुरेंद्र नाथ मिश्रा, सीओ सिटी सुशील कुमार सिंह, थाना प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार मिश्रा एवं एआरटीओ प्रवर्तक एसपी सिंह शामिल थे.