जौनपुर: देश में लॉकडाउन लागू होने की वजह से मजदूर पलायन करने के लिए मजबूर हैं. 50 दिन से ज्यादा लॉकडाउन होने के कारण उनकी बची हुई पूंजी खत्म हो गई है. वहीं कोई सुविधा न मिलने के कारण मजदूर पैदल ही घर जाने को मजबूर हो गए हैं. कई जगह से मजदूरों की मौत की सूचना भी मिल रही है.
जौनपुर: अब मजदूरों को नहीं चलना होगा पैदल, सभी थानों और सीमाओं पर की गई बस की व्यवस्था
उत्तर प्रदेश में प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला लगातार जारी है. इसी बीच कई प्रवासी मजदूर सड़क हादसे का शिकार हो रहे हैं. ऐसे में प्रदेश सरकार की ओर से निर्देश प्राप्त होने के बाद जौनपुर प्रशासन ने जिले के सभी बॉर्डर और थानों में बसों की व्यवस्था करवाई है.
इसको देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि पैदल, साइकिल और ट्रकों के सहारे चल रहे राहगीरों को उनके गंतव्य स्थल तक बस से छोड़ा जाए. जिससे उनको किसी प्रकार की समस्या न हो. निर्देश प्राप्त होने के बाद जिला प्रशासन ने अपने सभी थानों और बॉर्डर पर बसों की व्यवस्था की है, जिससे प्रवासी मजदूरों को गंतव्य स्थल तक छोड़ने का काम किया जा सके.
जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की ओर से निर्देशित किया गया है कि जो लोग पैदल, साइकिल और ट्रकों से चल रहे हैं, उन्हें बस की व्यवस्था कर गंतव्य स्थान तक भेजा जाए. जिलाधिकारी ने आगे बताया कि एआरटीओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है. हर थाने में एक-एक बस की व्यवस्था की गई है. जौनपुर से सटे 6 बॉर्डर हैं. हर बॉर्डर पर चार-चार बसों की व्यवस्था की गई है, जिससे मुख्यमंत्री जी के आदेश का शत-शत पालन कराया जा सके