जौनपुर: जनपद की अस्थायी गोशालाओं में पशुओं की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला जनपद के मुंगराबादशाहपुर विकासखंड का है जहां पिछले तीन दिनों में 25 से ज्यादा गायों की मौत हो गई है. इसके साथ ही गोशाला कर्मचारियों ने कुछ जिंदा गायों को तालाब में फेंक दिया. जिला प्रशासन इसे भारी बारिश का परिणाम बता रहा है.
'योगीराज' में गोशाला से तालाब में फेंकी जा रहीं जिंदा गायें
उत्तर प्रदेश में गो संरक्षण के लिए योगी सरकार ने गोशालाओं का निर्माण कराया था. इन गौ आश्रयों में गायों के खाने-पीने और देखभाल की व्यवस्था की गई थी लेकिन जौनपुर जिले में इन दावों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. यहां जिंदा गायों को गोशालाओं से निकाल तालाब में फेंका जा रहा है.
गोशाला में गायों की मौत.
गौआश्रय में दम तोड़ती गायें
- मुंगराबादशाहपुर विकास खण्ड के उकनी गांव में जिला प्रशासन ने अस्थायी गोशाला का निर्माण कराया था.
- तीन दिन से लगातार हो रही बारिश से यहां छप्पर भी टूटकर गिर गया.
- गोशाला की सभी गायें लगातार बारिश में भीगती रहीं.
- इस बीच उनके लिए खाने-पीने का भी कोई इंतजाम नहीं किया गया.
- इस लापरवाही के चलते 25 से अधिक गायों की मौत हो गई.
- गोशाला की देख-रेख में लगे कर्मचारियों ने मामले को दबाने के लिए मृत गायों को जेसीबी से गढ्ढा खोदकर दफना दिया.
- कुछ गाय जो मरणासन्न स्थिति में थीं उन्हें पास के तालाब में फेंक दिया.
- ग्रामीणों ने तालाब के किनारे असहाय हालत में पड़ी गाय को निकाला और गोशाला कर्मचारियों को फटकार लगाई.
- छप्पर ध्वस्त होने की सूचना होने पर अधिकारी हरकत में आए और आनन-फानन में अस्थायी शेड की व्यवस्था कराने लगे.
पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण अस्थाई गोशाला का टीन शेड टूट गया है. यहां नया शेड लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. जल्द ही पशुओं के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर दी जाएगी.
- शैलेश सिंह, ग्रामीण
Last Updated : Jul 13, 2019, 1:26 PM IST