जौनपुर: कोरोना वायरस महामारी के कारण कई लोग बाहर के राज्यों और जनपदों में फंसे हुए हैं. वहीं अब प्रदेश सरकार ने अन्य राज्यों एवं जनपदों में फंसे मजदूरों और पढ़ने वाले बच्चों को लाने का प्रयास शुरू कर दिया है. इसके लिए जनपद में शेल्टर होम बनाने के लिए 100 स्कूलों को चिह्नित किया गया है.
जौनपुर के 100 स्कूलों को बनाया जाएगा शेल्टर होम, मंडलायुक्त ने किया दौरा
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में बाहर से आने वाले मजदूरों और छात्रों के लिए शेल्टर होम बनाने के लिए 100 स्कूलों को चिह्नित किया गया है. इन शेल्टर होम में बाहर से आए लोगों के लिए रहने की पूरी व्यवस्था की जाएगी.
मंगलवार को वाराणसी मंडल के आयुक्त दीपक अग्रवाल जौनपुर पहुंचे. उन्होंने उमानाथ सीनियर सेकेंडरी स्कूल के साथ लाल जी होरीलाल विश्वकर्मा इंटर कॉलेज नत्थनपुर, सिरकोनी तथा आरआर मिशन कॉलेज हुंसेपुर, कबूलपुर का निरीक्षण किया. मंडलायुक्त ने शेल्टर होम की व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की.
उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि सभी शेल्टर होम में लाइट, पंखा, पीने का पानी और गद्दों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए. उन्होंने कहा कि शेल्टर होम में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए और उनके खाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम शेल्टर होम के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण तथा थर्मल स्क्रीनिंग आदि शुरू कर दे. इस दौरान आयुक्त के साथ जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह भी मौजूद रहे.