उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

जालौन: राशन न मिलने पर महिलाओं का हंगामा, तहसील का किया घेराव

यूपी के जालौन की उरई तहसील क्षेत्र में महिलाओं को सरकारी दुकानों पर मिलने वाला राशन नहीं दिया जा रहा है. इससे परेशान होकर महिलाओं ने तहसील परिसर का घेराव किया साथ ही प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की. इस दौरान महिलाओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं किया.

राशन न मिलने के कारण महिलाओं ने तहसील का किया घेराव.
राशन न मिलने के कारण महिलाओं ने तहसील का किया घेराव.

By

Published : Apr 7, 2020, 4:14 PM IST

जालौन: जिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश की प्रशासनिक अधिकारी धज्जियां उड़ाने में लगे हुए हैं. जिसका परिणाम यह है कि सरकारी दुकानों पर महिलाओं को मिलने वाला राशन नहीं दिया जा रहा है, जिससे परेशान होकर दर्जनों महिलाओं ने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए उरई तहसील का घेराव किया. साथ ही प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की. परेशान महिलाओं का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी उनकी नहीं सुन रहे हैं, जिस कारण लॉकडाउन में उन्हें भूखों मरना पड़ रहा है.

राशन न मिलने के कारण महिलाओं ने तहसील का किया घेराव.

सीएम योगी ने प्रदेश में 1 अप्रैल से गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले अंत्योदय कार्ड धारकों को मुफ्त में सरकारी खाद्यान्न देने की घोषणा की थी. जिससे लॉकडाउन के दौरान उन परिवारों को परेशान न होना पड़े. लेकिन इस आदेश का पालन जालौन में प्रशासनिक अधिकारी नहीं करा पा रहे हैं. जिसका परिणाम यह है कि महिलाएं अनाज पाने के लिए भटक रही हैं.

अनाज न मिलने के कारण मंगलवार को जालौन के उरई तहसील क्षेत्र की कई महिलाएं तहसील परिसर पहुंची. जहां उन्होंने एक साथ होकर तहसील का घेराव किया साथ ही प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान महिलाओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं किया.

राशन न मिलने के कारण महिलाओं ने तहसील का किया घेराव.

इसे भी पढ़ें-जालौन: जिला अस्पताल का विधायक ने किया निरीक्षण, वेंटिलेटर की कराई व्यवस्था

महिलाओं का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी उनकी नहीं सुन रहे हैं और पिछले 8 दिनों से सरकारी दुकानों पर जाकर राशन खरीदने के लिए परेशान हैं, लेकिन उन्हें राशन नहीं दिया जा रहा है. प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जो फॉर्म भरवाया जा रहा है. उसको भी भर दिया गया है, फिर भी इसके बावजूद भी उन्हें राशन के लिए मोहताज होना पड़ रहा है. जिस कारण वह अपने परिवार का भरण पोषण नहीं कर पा रही हैं. वहीं इस मामले में जालौन का कोई भी प्रशासनिक अधिकारी सामने नहीं आ रहा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details