जालौन: 69 हजार शिक्षक भर्ती योगी सरकार के लिए गले की फांस बनती जा रही है. शिक्षक भर्ती को दो भागों में बांट दिए जाने की वजह से शेष बचे अभ्यर्थियों में सरकार के खिलाफ रोष उत्पन्न होने लगा है. इसको लेकर अभ्यर्थियों ने उरई कलेक्ट्रेट परिसर में योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की. साथ ही सरकार से बचे हुए रिक्त पदों की नियुक्ति जल्द बहाल करवाने के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा.
69000 शिक्षक भर्तीः जालौन में अभ्यर्थियों ने योगी सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन - शिक्षक भर्ती को लेकर जालौन में अभ्यर्थियों ने की नारेबाजी
यूपी के जालौन में 69 हजार शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान सरकार को चुनौती देते हुए अभ्यर्थियों ने कहा कि अगर उन्हें जल्द नियुक्ति पत्र नहीं दिए गए, तो वह लखनऊ में हुंकार भरेंगे. वहीं अभ्यर्थियों ने हाथों में तख्तियां लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही सरकार की 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए.
![69000 शिक्षक भर्तीः जालौन में अभ्यर्थियों ने योगी सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन कलेक्ट्रेट पर अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-9330175-thumbnail-3x2-sdfgh.jpg)
अभ्यर्थियों ने योगी सरकार के खिलाफ लगाए नारे
उरई मुख्यालय के कलेक्ट्रेट परिसर में अभ्यर्थियों ने योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार ने 69000 पदों के लिए आवेदन मांगे थे, जिसमें उनका चयन हो गया था, लेकिन सरकार ने 31000 शिक्षकों की भर्ती ही की. 38000 अभ्यर्थियों का चयन होने के बावजूद भी सरकार ने अभी नियुक्ति नहीं दी है. प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार जल्द से जल्द दीपावली से पहले उन्हें नियुक्ति दे दे. यदि सरकार उन्हें नियुक्ति नहीं देती है, तो सभी अभ्यर्थी मिलकर लखनऊ में बड़ा आंदोलन करेंगे.
सरकार ने दो भागों में बांटी भर्ती प्रक्रिया
शिक्षक अभ्यर्थी स्नेहा पटेल ने कहा कि योगी सरकार द्वारा की जा रही शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया में प्रश्नचिह्न उठ रहा है. सरकार ने शिक्षक भर्ती को दो भागों में बांट दिया. बचे 38000 अभ्यर्थी चयनित हैं, सभी शिक्षक पात्रता की श्रेणी में आते हैं. इनको नियुक्ति मिलनी चाहिए. सरकार शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया को किस आधार पर कर रही है, उसका जवाब सरकार का कोई भी नुमाइंदा नहीं दे पा रहा है. बचे हुए शेष अभ्यर्थियों की मांग है कि सरकार सभी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देकर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराएं.