जालौन: कोरोना वायरस के चलते शासन ने लोगों को राशन उपलब्ध कराने की घोषणा की थी. इसके चलते जिले में अंतोदय कार्ड धारक, मनरेगा मजदूर और पात्रों को सरकारी राशन की दुकानों से राशन सामग्री का वितरण शुरू कर दिया है. साथ ही राशन लेने के लिए भीड़ इकट्ठी ना हो इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है. वहीं इसकी देखरेख के लिए पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लगातार राशन की दुकानों का निरीक्षण कर रहे हैं
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर बांटी जा रही राहत खाद्य सामग्री. उरई मुख्यालय स्थित कुठौंद ब्लॉक के भदरेखी गांव में डीएम डॉ. मन्नान अख्तर और एसपी डॉ. सतीश कुमार ने सरकारी राशन की दुकानों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर पात्रों को मिल रहे राहत खाद्य सामग्री की व्यवस्था का जायजा लिया. जिलाधिकारी डॉ. मन्नान अख्तर ने बताया जालौन शहर और ग्रामीण इलाकों में सरकारी राशन की दुकानों से गरीब मजदूर वर्ग, अंतोदय कार्ड धारक और मनरेगा मजदूरों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है.
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साथ ही उन्होंने बताया कि जिले में 37 हजार के करीब गरीबी रेखा के नीचे वाले कार्ड धारक हैं, जिन्हें 35 किलो सामग्री प्रति यूनिट के हिसाब से दी जा रही है. तो वहीं एक्टिव मनरेगा जॉब कार्ड धारक जिले में 1 लाख 20 हजार के करीब है, उन्हें 5 किलो खाद्य सामग्री प्रति कार्ड दी जा रही है. इसके अलावा वह लोग जिनके पास राशन कार्ड और मनरेगा जॉब कार्ड नहीं है.
वह लोग राशन की दुकानों में जाकर सब्सिडी राशि देने के बाद राशन सामग्री ले सकते हैं. साथ ही बताया कि शासन की मंशा है कि इस विकट परिस्थिति में कोई व्यक्ति भूखा न रहे. इसके लिए राहत सामग्री सरकार की तरफ से उपलब्ध कराई जा रही है और इसकी देखरेख के लिए पुलिस प्रशासन लगातार राशन की दुकानों में जाकर मॉनिटरिंग कर रही हैं.