जालौन: जिले में बस या ट्रेन के जरिए वापस लौट रहे हजारों प्रवासी मजदूरों को क्वारेंटाइन सेंटर में रुकवाया जा रहा है. इसी कड़ी में रात को गुजरात और महाराष्ट्र से आए प्रवासी मजदूरों को विशिष्ट सब्जी मंडी में बने क्वारेंटाइन सेंटर में रोका गया. इस दौरान डीएम डॉ. मन्नान अख्तर और एसपी डॉ. सतीश कुमार ने यहां आकर सुरक्षा व्यवस्था को परखने के साथ लोगों का हालचाल जाना.
डीएम और एसपी ने प्रवासी मजदूरों का जाना हाल
उरई मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूर बने सब्जी मंडी परिसर में प्रशासन ने प्रवासी मजदूरों के लिए क्वारेंटाइन सेंटर बनवाया है. यहां प्रवासी मजदूरों का ताता दिन-रात लगा हुआ है. रात में गुजरात और महाराष्ट्र से आए प्रवासी मजदूरों का हालचाल जानने के लिए डीएम डॉ मन्नान अख्तर और एसपी डॉ. सतीश कुमार सब्जी मंडी में बने क्वारेंटाइन सेंटर पहुंचे. डीएम ने रात में भ्रमण करते हुए क्वारेंटाइन सेंटर का निरीक्षण किया साथ ही सामुदायिक किचन में बन रहे खाने की गुणवत्ता को परखा.
जालौन: महाराष्ट्र और गुजरात से पहुंचे प्रवासी मजदूर, डीएम और एसपी ने जाना हाल
महाराष्ट्र और गुजरात से शनिवार की देर रात प्रवासी मजदूर जालौन पहुंचे. इस दौरान प्रवासी मजदूरों को सब्जी मंडी में बने क्वारेंटाइन सेंटर में रोका गया. वहीं डीएम और एसपी ने यहां आकर सुरक्षा व्यवस्था को परखने के साथ लोगों का हाल जाना.
डीएम ने की अपील
जिलाधिकारी ने प्रवासी मजदूरों से अपील की है कि वह घरों में लौटने के बाद 21 दिन तक होम क्वारेंटाइन का समय पूरा करने के बाद ही घर से निकलें. इस बीच सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क हमेशा पहने रखें. इस दौरान अगर किसी भी व्यक्ति को कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं, तो वह तुरंत निगरानी समिति के साथ प्रशासन के दिए गए नंबरों पर अवगत कराएं, ताकि इस महामारी का इलाज समय से शुरू किया जा सके.
उरई मुख्यालय के नजदीक बने क्वारेंटाइन सेंटर में बस और ट्रेन के माध्यम से आ रहे प्रवासी मजदूरों को रुकवाया जा रहा है. यहां इनके स्वास्थ्य परीक्षण के साथ जिला प्रशासन की तरफ से भोजन और पानी की व्यवस्था की गई है. पुलिस के कर्मचारी लगातार इनकी सुरक्षा के लिए तैनात किए गए हैं, जो दिन-रात अपनी ड्यूटी लगातार कर रहे हैं.
- डॉ. मन्नान अख्तर, डीएम