जालौन :गर्मी शुरू होते ही आगजनी की घटनाएं बढ़ जाती हैं, जिसको लेकर फायर विभाग ने सभी कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर हर खतरे से निपटने के लिए तैयार कर दिया है. साथ ही सभी सेंटरों पर मौजूद आग बुझाने के उपकरणों को जांच कर दुरुस्त कर रखा जा रहा है. अप्रैल में फसलों की कटाई शुरू हो जाती है और किसी न किसी कारणवश फसलों में आग लगने की घटनाएं अधिकतर बढ़ जाती हैं. इसको देखते हुए फायर विभाग ने अलग से कंट्रोल रूम बनाकर आगजनी की घटनाओं पर तुरंत काबू पाने की तैयारी कर ली है.
जालौन : मुआवजे के चक्कर में फसलों में न लगाएं आग, नहीं तो होगी कार्रवाई - Chief fire officer
उत्तर भारत समेत बुंदेलखंड में गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे आग लगने की संभावना बढ़ गई हैं. आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए फायर विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं.
मुख्य अग्निशमन अधिकारी राम राजा यादव ने बताया कि अप्रैल में आगजनी की घटनाएं शुरू हो जाती हैं. इसको लेकर फायर विभाग पूरी तरह से सतर्क है. जालौन जिले में फसलों में आग लगने की घटनाएं ज्यादा होती हैं, क्योंकि यहां किसान मुआवजे के चक्कर में आग लगा देते हैं, जिस वजह से बड़ी जनहानि की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्त हिदायत दी है कि अगर इस तरह की शिकायत मिलती है तो किसान के ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि फायर विभाग को रोजाना 10 से 12 कॉल आ रही हैं, जिसको लेकर फायर विभाग ने अपनी तैयारी कर ली है. पिछले वित्त वर्ष जिले में 672 अग्निकांड हुए, जिसमें अनुमानित जोखिम संपत्ति 12 करोड़ 57 लाख 14 हजार 500 थी. वहीं फायर विभाग ने अपनी मुस्तैदी के चलते जोखिम संपत्ति की अनुमानित बचत 10 करोड़ 11 लाख 92 हजार की है. साथ ही फायर विभाग ने निर्देश जारी किया है कि कोई भी खेत में पुवाल न जलाएं नहीं तो आग लगने की संभावना बढ़ जाती है. अगर किसी कारणवश आग लग जाती है तो फायर विभाग के कंट्रोल नंबर पर फोन कर तुरंत सूचित करें.