जालौन: जिले से कानपुर देहात जिले की दूरी को कम करने के लिए पाल सरेनी यमुना सेतु का निर्माण कार्य फिर से शुरू हो गया है. दरअसल, इसका निर्माण कार्य बीते दो साल से बजट न मिलने से रुका हुआ था, जिसमें अब निर्माण कार्य बजट मिलने के बाद फिर से शुरू कर दिया गया है. प्रदेश सरकार ने 17 करोड़ रुपये जारी करते हुए मार्च 2021 तक काम पूरा करने के लिए निर्देशित किया है. इस पुल के बन जाने से जालौन और कानपुर देहात की सीमा से लगने वाले 200 गांव के लोगों को लाभ मिलेगा.
जालौन: यमुना पर अधूरे पड़े पाल सरेनी पुल का निर्माण कार्य शुरू - pal sareni yamuna bridge in jalaun
जालौन और कानपुर देहात की दूरी को कम करने के लिए बनाए जा रहे पाल सरेनी यमुना सेतु का अधूरा पड़ा निर्माण कार्य फिर से शुरू हो गया है. इसके लिए सरकार ने 17 करोड़ का बजट भी जारी किया है. साथ ही 2021 तक इस निर्माण कार्य को पूरा किए जाने का लक्ष्य भी निर्धारित किया है.
जिले के महेवा ब्लॉक में 2010 में यमुना नदी पर जालौन और कानपुर देहात जिले की दूरी को कम करने के लिए पाल सरेनी यमुना सेतु का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. 700 मीटर लंबे इस पुल में 37 पिलर बनाए जाने थे, जिसमें 34 पिलर बनकर खड़े हो गए, लेकिन बजट के कम होने की वजह पिछले दो साल से निर्माण कार्य पूरा बंद पड़ा था. यहां चार पिलर और ज्वाइंटर का काम बाकी रह गया था. वहीं योगी सरकार ने अधूरे पड़े पुल को पूरा करने के लिए बजट को रिवाइज कर 17 करोड़ रुपये जारी कर दिया है. जिस कारण अब बजट 53 करोड़ का पहुंच गया है. राज्य सेतु निगम की ओर से बनाया जा रहा है यह पुल मार्च 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा.
कालपी विधायक प्रतिनिधि राघवेंद्र सिंह ने बताया जिले के कालपी, कदौरा, महेवा और कुठौंद ब्लॉक के लोगों को कानपुर देहात जाने के लिए यह पुल काफी मददगार साबित होगा. बजट के अभाव के चलते पिछले दो साल से पाल सरेनी यमुना पुल का निर्माण कार्य रुका हुआ था, जिसकी बात कालपी विधायक ने लोक निर्माण विभाग मंत्री केशव प्रसाद मौर्य से रखी, जिसको पूरा करने के लिए आश्वस्त किया गया था. सेतु निगम ने बजट को रिवाइज करते हुए प्रदेश सरकार के पास भेजा था, जिसको विधायक की देखरेख में जल्द ही स्वीकृति प्रदान कर दी गई है.