जालौनः जिले में इमरजेंसी एंबुलेंस सेवा की 43 गाड़ियां जिला अस्पताल सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से अटैच हैं. रोजाना कई मरीज 102 और 108 सेवा का लाभ उठा रहे हैं, लेकिन अब एंबुलेंस कर्मी कोरोना वायरस किट और सैलरी को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं.
जालौन: वेतन और कोरोना किट न मिलने पर एंबुलेंस कर्मी गए हड़ताल पर - कोरोना वायरस का असर
उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के 108 और 102 एंबुलेंस सेवा के कर्मचारी जालौन में अपनी गाड़ियों को खड़ा कर हड़ताल पर चले गए हैं. इनका कहना है कि पिछले दे महीने से वेतन नहीं मिला है, वहीं कोरोना वायरस के खिलाफ जारी युद्ध में उपकरण भी नहीं दिया जा रहा है. इससे जिले में स्वास्थ्य सेवाओं पर खासा असर देखने को मिल रहा है.
8 महीने से नहीं कटा पीएफ
इमरजेंसी एंबुलेंस सर्विस प्राइवेट कंपनी GVK यूपी सरकार के साथ कॉन्ट्रैक्ट पर है. इस सेवा में एंबुलेंस ड्राइवर, आपातकालीन तकनीशियन सहित 100 से अधिक कर्मचारी अनुबंध पर कार्य कर रहे हैं. पिछले 2 माह से वेतन न मिलने और 8 माह से पीएफ न कटने से सभी कर्मचारी नाराज हैं.
मांग पूरी नहीं होने पर चलता रहेगा हड़ताल
वहीं इनको कोरोना वायरस से बचने के लिए किट भी नहीं दी जा रही है. इसलिए सभी कर्मचारियों ने अपनी एंबुलेंस मेडिकल कॉलेज के गेट पर खड़ी कर कर हड़ताल शुरू कर दी है. कर्मचारियों की मांग है कि कोरोनावायरस जैसी महामारी में कार्य करने पर हमारी मांगों को पूरा किया जाए. कर्मचारियों का कहना है कि सेवा प्रदाता द्वारा इन सभी मांगों की पूर्ति नहीं की जाती तो कार्य नहीं किया जाएगा और सभी हड़ताल पर रहेंगे.