हाथरस: जिले में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 'पर ड्रॉप मोर क्रॉप' के तहत किसानों को प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें उन्हें सिंचाई में पानी की बचत करने के तरीके बताए गए. यह प्रशिक्षण जिले भर में 50 चुनिंदा किसानों को दिया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन सदर विधायक हरिशंकर माहौर ने किया.
घटते जलस्तर को देखते हुए देश भर में जल को बचाए जाने की मुहिम चल रही है. सबसे अधिक जल की खपत कृषि क्षेत्र में होती है. कृषि सिंचाई में पानी की बचत के लिए प्रधानमंत्री कृषि योजना 'पर ड्रॉप, मोर क्रॉप' योजना के तहत शनिवार को बड़े-छोटे 50 किसानों को इस योजना के तहत प्रशिक्षण दिया गया.
कृषि सिंचाई योजना पर आधारित कार्यक्रम का किया गया आयोजन. इस योजना के तहत बड़े किसानों को उपकरण खरीद पर 80 फ़ीसदी और दो हेक्टेयर व उससे कम खेती वाले किसानों को 90 फ़ीसदी सब्सिडी दी जाएगी. किसान भी मानते हैं कि सिंचाई की इस विधि से उन्हें 35 फ़ीसदी तक का लाभ होगा.
जिला उद्यान अधिकारी गम पाल सिंह ने बताया कि इस योजना के तहत 50 किसानों का एक दिवसीय कार्यक्रम था, जिसमें उन्हें सिंचाई की नई तकनीकें बताई गई हैं. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सदर विधायक हरिशंकर माहौर ने बताया कि हमारे प्रधानमंत्री सबसे ज्यादा महत्व किसानों को देते हैं. वे चाहते हैं कि किसानों की आय दोगुनी हो और पानी कम खर्च हो, उसी योजना के तहत आज यह कैंप लगाया गया है.
सदर विधायक ने कहा कि इस तरह से जगह-जगह कैंप लगेंगे, जिससे सरकार की योजनाओं का लाभ किसानों को मिलेगा. किसान भी मानते हैं कि सिंचाई की नई तकनीकों को अपनाने से 35 फ़ीसदी तक का लाभ होगा. पानी की बचत होगी, खरपतवार कम होंगे और पैदावार बढ़ेगी. यदि किसान सिंचाई की आधुनिकतम तकनीक अपनाएंगे तो निश्चित तौर से जल की बर्बादी होने से बचेगी और गिरते जलस्तर का संकट भी कम होगा.
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