हाथरस: जनपद में लॉकडाउन के दौरान शासन ने फायर ब्रिगेड से सैनिटाइज करने के आदेश दिए हैं, लेकिन हाथरस में समाजसेवियों ने शहर को सैनिटाइज करने का जिम्मा उठाया है. वहीं गरीब लोगों के लिए समाजसेवी प्रतिदिन अपने घर से खाना बनवा कर घर-घर जाकर बांट रहे हैं.
फायर बिग्रेड की गाड़ी पर सैनिटाइज का किया जा रहा छिड़काव कोरोना योद्धा के रूप में काम रहे समाजसेवी
देश में कोरोना वायरस जैसी महामारी के चलते हालात बेकाबू हैं. वहीं सरकार और जिला प्रशासन ने शहर में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ शहर को सैनिटाइज कराने के लिए फायर ब्रिगेड को आदेश दिया है. हाथरस जनपद में कुछ समाजसेवियों ने पूरे शहर को सैनिटाइज कराने का जिम्मा उठाया है.
गलियों में किया जा रहा सैनिटाइजर का छिड़काव 1500 परिवारों का कर रहे भरण-पोषण
सुबह 7 बजे से 11 बजे तक और शाम को 5 बजे से 11 बजे तक यह समाजसेवी कई इलाकों को सैनिटाइज करते हैं. साथ ही इन समाजसेवियों ने लगभग 1500 परिवारों की भरण-पोषण का भी जिम्मा उठा रखा है. गरीब, असहाय लोगों के लिए लॉकडाउन के दौरान रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया था. इस दौरान यह समाजसेवी कई गरीब और असहाय लोगों का भरण-पोषण कर रहे है.
एंबूलेंस को सैनिटाइज करते हुए समाजसेवी सरकारी भवनों को भी कर रहे सैनिटाइज
समाजसेवी सरकारी कार्यालयों को भी सैनिटाइज कर रहे हैं. वहीं प्रशासन ने नगर पालिका को शहर में सैनिटाइज कराने का आदेश दिया गया था, लेकिन यहां नगरपालिका ना के बराबर काम कर रही है. ज्यादातर समाजसेवी ही आगे निकलकर सैनिटाइज कर लोगों को संतुष्टि दे रहे हैं. ऐसे में नगरपालिका की पोल भी खुलती नजर आ रही है.
शहर को सैनिटाइज करते समाजसेवी