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हाथरस सामूहिक दुष्कर्म: पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा, नहीं हुआ था रेप - युवती की पोस्टमार्टम रिपोर्ट

एसपी विक्रांत वीर
एसपी विक्रांत वीर

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Published : Oct 1, 2020, 11:42 AM IST

Updated : Oct 1, 2020, 1:52 PM IST

11:34 October 01

हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई युवती की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है. एसपी विक्रांत वीर ने बताया कि रिपोर्ट में दुष्कर्म की बात सामने नहीं आई है. इसके लिए फॉरेंसिंक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.

जानकारी देते एसपी विक्रांत वीर.

हाथरस:सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई युवती की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है. एसपी विक्रांत वीर ने बताया कि रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है. इसके लिए फॉरेंसिंक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर एसपी विक्रांत वीर ने विस्तार से जानकारी दी. एसपी विक्रांत वीर ने यह भी बताया कि पीड़िता के गांव में तैनात तीन पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं.  

सेक्सुअल इंटरकोर्स की पुष्टि नहीं

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में एसपी ने बताया कि जो रिपोर्ट अलीगढ़ से मिली है. उसमें चोटों के बारे में बताया है लेकिन उसमें डॉक्टरों ने जबरन सेक्सुअल इंटरकोर्स की पुष्टि नहीं की है. इसकी पुष्टि के लिए एसएफएल रिपोर्ट का इंतजार डॉक्टर कर रहे हैं. फॉरेसिंक रिपोर्ट जब आ जाएगी तभी रेप की पुष्टि हो पाएगी.  

जबरन अंतिम संस्कार कराने के आरोपों पर क्या बोले एसपी

पुलिस द्वारा मृतका का जबरन अंतिम संस्कार कराए जाने के आरोपों के बारे में उन्होंने बताया कि पीड़िता की मौत के बाद दोपहर तक उसका पोस्टमार्टम हो गया था, लेकिन अस्पताल में हंगामे के कारण पीड़िता का शव समय से उसके घर नहीं पहुंच पाया. वहीं पोस्टमार्टम के बाद काफी समय भी हो गया था. इसलिए पीड़िता के परिजनों से बात करके उनकी सहमति से रात में अंतिम संस्कार करा दिया गया. जबकि पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने बिना उनकी अनुमति के उनकी बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया. उन्हें अपनी बेटी का चेहरा तक नहीं देखने दिया गया.  

एसआईटी मौके पर जाकर कर रही पड़ताल 

इस मामले में एसआईटी भी जांच के लिए पीड़िता के गांव पहुंची है. एसआईटी की जांच के बारे में पूछे जाने पर एसपी विक्रांत वीर ने बताया कि पुलिस अपना काम कर रही है और एसआईटी भी अपना काम कर रही है. कल एसआईटी गांव आ गई थी. कल भी गांव में टीम ने सबसे पूछताछ की थी इसके अलावा टीम गांव में मौके पर जाकर पड़ताल कर रही है.  

मीडियाकर्मियों के प्रवेश पर लगी रोक 

पीड़िता के गांव में मीडियाकर्मियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. इस बारे में एसपी ने कहा कि एक तो कोरोना के कारण और दूसरा एसआईटी को निष्पक्षता से काम करने देने के लिए ऐसा किया गया है, किसी को भी गांव में प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई है. एसपी विक्रांत वीर ने यह भी बताया कि पीड़िता के गांव में तैनात तीन पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं.  

'एसपी बोले, पुलिस पीड़िता के परिवार के साथ' 

दुष्कर्म और उसके बाद परिजनों और पुलिस द्वारा दिेए जा रहे बयानों में भिन्नता के सवाल पर एसपी ने बताया कि पुलिस पीड़िता के परिवार के साथ है. उनकी कुछ मांगें थी जो पूरी की जा चुकी है. इसे लेकर पीड़िता के परिजनों ने खुशी जताई है. पीड़िता के जैसे-जैसे बयान आए वैसे वैसे धाराओं में वृद्धि की गई. इसके बाद जब अंतिम रूप से चार अभियुक्त प्रकाश में आए तो उनको तुरंत गिरफ्तार किया गया.  

जानिए पूरा घटनाक्रम

बता दें कि, यूपी के हाथरस में बीती 14 सितंबर को पीड़िता अपनी मां के साथ पशुओं का चारा लेने गई थी. आरोप है कि उस समय गांव का ही युवक संदीप खेत पर आया और युवती को घसीट कर ले गया, जहां उसने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर युवती के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. इतना ही नहीं आरोपियों  ने पीड़िता का गला दबाकर मारने का प्रयास किया. इस दौरान आरोपियों ने उसकी इतनी  पिटाई की कि वह बेहोश हो गई.  

बेहोशी के बाद आरोपी उसे मरा समझकर खेत में ही छोड़ गए. आनन-फानन में लड़की को बागला जिला अस्पताल लाया गया, जहां से उसे अलीगढ़ रेफर कर दिया गया. अलीगढ़ के बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई. इसके बाद दिल्ली से उसके गांव में पीड़िता का शव लाकर आधी रात में ही पुलिस वालों ने पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया.  

Last Updated : Oct 1, 2020, 1:52 PM IST

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