हाथरस:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 24 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन किए जाने के बाद से रोजी-रोटी कमाने वालों के लिए सामने संकट आ गया है. ऐसे में सड़क किनारे झोपड़ी डालकर रह रहे गरीब लोगों के लिए अपनी रोजी-रोटी कमाने की समस्या पैदा हो गई है. ऐसे में पुलिस इन लोगों के लिए भगवान से कम नहीं है. पुलिस गरीब लोगों को खाद्य सामग्री उनके घर-घर जाकर बांट रही है, जिससे वह भूखे न रह सके.
हाथरस पुलिस गरीबों के लिए बनी मसीहा. गरीबों को पुलिस बांट रही खाद्य सामग्री
पूरा विश्व कोरोना जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा है. इसी के मद्देनजर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश भर में 21 अप्रैल तक लॉकडाउन घोषित कर दिया है. इसके चलते लोग घरों में रहने को मजबूर हैं, जिससे गरीब लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है. छोटे-मोटे काम करके रोज पैसा कमाने और खाने वाले लोग इस समय भुखमरी की कगार पर पहुंच रहे हैं.
घर-घर जाकर पुलिस गरीबों को पहुंचा रही खाद्य सामग्री
ऐसे में हाथरस जनपद में गरीब वर्ग के लोगों के लिए हाथरस पुलिस भगवान बनी हुई है. हाथरस पुलिस ने जगह-जगह गरीब लोगों की झोपड़ी में पहुंचकर उनको खाना मुहैया करा रही है, ताकि वह लोग भूखे न रहे. शुक्रवार को कोतवाली सदर पुलिस द्वारा रेलवे स्टेशन के पास और जलेसर रोड के किनारे झोपड़ी डालकर रह रहे लोगों को वहां जाकर खाद्य पदार्थ वितरित किया. पुलिस वालों का कहना है कि जितना उनका सहयोग इन लोगों के लिए हो सकेगा, उतना हम लोग करेंगे और इनको भूखा नहीं सोने देंगे.
कुछ गरीबों के लिए जिनकी मजदूरी बंद हो गई है. जिसके कारण इनके पास खाने-पीने का कोई साधन नहीं है, तो इसके लिए ब्रेड और बिस्किट बांटे गए है, ताकि यह अपनी भूख-प्यास मिटा सकें. अब तक लगभग 100 लोगों को खाद्य सामग्री मेरे द्वारा बांटी गई है और कोशिश रहेगी कि हमारे सहयोग से ज्यादा से ज्यादा गरीब लोगों को खाना मिल सके.
-अनिल कुमार, प्रभारी निरीक्षक