हाथरस: कोरोना वायरस से लोगों को बचाने और इस मुश्किल दौर से हर किसी को उबारने के लिए सरकार द्वारा हम हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. चिकित्सक लगातार सभी लोगों को बता रहे हैं कि कोरोना का कोई इलाज नहीं है. बावजूद इसके कुछ लोग बेहद बेपरवाह दिख रहे हैं. वहीं कुछ लोग मामूली सर्दी होने पर भी अस्पताल में अपने चेकअप को पहुंच रहे हैं.
कोरोना वायरस से लोगों को बचाने और इस मुश्किल दौर से हर किसी को उबारने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. वहीं डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं है, इसलिए हर किसी को बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है. हम सभी सावधानी बरतकर ही कोरोना को मात दे सकते हैं.
इसे भी पढ़ें-कोरोना का कहर: आईआईटी कानपुर बनाएगा एक हजार पोर्टेबल वेंटिलेटर
इसके बावजूद हाथरस जिले में कुछ लोग लोग कोरोना को मजाक समझ कर पैदल, साइकिल और बाइक पर निकल कर तफरी करने में लगे हुए हैं. इसके कारण ऐसे लोगों के साथ पुलिस को सख्ती बरतनी पड़ रही है. वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो मामूली सर्दी ,खांसी होने पर अपना चेकअप कराने अस्पताल पहुंच रहे हैं.
मुंबई, पानीपत और कई जगहों से आए लोग घबराए हुए हैं. उनके अंदर डर है कि उनमें कोरोना का संक्रमण तो नहीं है. सभी की जांच के दौरान उनमें कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं पाया गया है. हम लोग ऐसे लोगों का तापमान देखकर उन्हें घर के अंदर रहने की सलाह दे रहे हैं.
-डॉ.आईवी सिंह, सीएमएस, जिला अस्पताल