हाथरस: जिले के चंदपा कोतवाली इलाके में एक युवती के साथ दरिंदगी हुई थी. युवती की मौत के बाद उसके शव का अंतिम संस्कार कराने में जिला प्रशासन ने तानाशाही रवैया अपनाया. परिवार के लोगों को उनकी बेटी का चेहरा तक नहीं देखने दिया गया. जबकि परिवार के लोग अधिकारियों के पैरों में पड़कर गिड़गिड़ाते रहे. मृतका के गांव पहुंचे प्रदेश के मंत्री भूपेंद्र चौधरी का कहना है कि पूरे मामले की एसआईटी जांच होगी. इसमें सब कुछ सामने आ जाएगा.
मृतका के परिजनों से मिलने पहुंचे प्रभारी मंत्री. पीड़ित परिवार से मिलने आए प्रदेश के मंत्री व जिले के प्रभारी भूपेंद्र सिंह चौधरी प्रशासन की बात को दोहराते रहे. उन्होंने कहा कि डेड बॉडी का अंतिम संस्कार परिवार की सहमति और हिंदू-रीति रिवाज से हुआ है. उन्होंने बताया कि गृह सचिव की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की गई है. इसमें सारे बिंदुओं पर जांच होगी और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
मंत्री के साथ सांसद के पहुंचने पर 'सांसद गो बैक' के नारे भी लगे. देखने वाली बात यह होगी कि एसआईटी की जांच के बाद दोषी अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होती है या नहीं.
क्या है पूरा मामला
चंदपा के गांव की लड़की के साथ 14 सितंबर को दरिंदगी हुई थी. लड़की को जिला अस्पताल से अलीगढ़ रेफर किया गया था. कुछ दिन मेडिकल कॉलेज में इलाज के बाद उसे सोमवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया था, लेकिन मंगलवार की तड़के उसकी वहां मौत हो गई.
लड़की की मौत के बाद शव को मंगलवार/ बुधवार की रात को गांव लाया गया और शव को लाने के साथ ही करीब 3 बजे उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया. लड़की के परिवार के लोगों का आरोप है कि उन्हें उनकी बेटी का चेहरा तक नहीं देखने दिया गया और उनके साथ मारपीट की गई.
मृतका की मां ने रोते-रोते बताया कि प्रशासन ने उन्हें उनकी बेटी की बॉडी देखने के लिए भी नहीं दी. वे अधिकारियों के पांव तक पड़ गई थीं. यही नहीं, उनके साथ मारपीट भी की गई. साथ ही उन्होंने यह आरोप लगाया कि प्रशासन ने उनकी बेटी के शव को मिट्टी का तेल और पेट्रोल छिड़ककर जलाया है.
बता दें कि हाथरस गैंगरेप पीड़िता के मामले में शासन ने एसआईटी का गठन किया है. इसकी अध्यक्षता गृह सचिव करेंगे. वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने हाथरस की घटना पर सीएम योगी आदित्यनाथ से बात की है. पीएम ने कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए.