हाथरस: जिले की सदर कोतवाली इलाके में बस स्टैंड के पास मध्य प्रदेश से आई नाबालिग लड़की मिली है. लड़की ने पूछताछ में बताया कि मध्यप्रदेश से लाई गईं 12 लड़कियों को एक बंद कमरे रखा गया था. लड़की बस स्टैंड पर रोती हुई मिली, जिसे यहां पर सिलाई का काम सिखाने और कराने के बहाने लाया गया था. एसपी ने मामले को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि परिवार की सहमति से ही लड़की को यहां लाया गया था.
हाथरस में मिली मध्यप्रदेश की लड़की, बोली-सिलाई सिखाने के बहाने लाया गया - हाथरस न्यूज
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले स्थित सदर कोतवाली इलाके में बस स्टैंड के पास मध्य प्रदेश से आई नाबालिग लड़की मिली है. लड़की का कहना है कि उसे सिलाई का काम सिखाने और कराने के बहाने यहां लाया गया था. वहीं लड़की से पूछताछ के बाद पुलिस ने परिजनों को सूचित कर दिया है और मामले की जांच में जुटी है.
शनिवार को हाथरस के रोडवेज बस स्टैंड पर 17 साल की लड़की बदहवास अवस्था में मिली, जो कि रो रही थी. पुलिस को मामले की सूचना मिलते ही नाबालिग को कोतवाली ले आया गया. लड़की ने बताया कि वह गरीब है, जिसके चलते परिवार के लोगों को पैसा देकर उसे यहां लाया गया है. पुलिस से पूछताछ में लड़की ने बताया कि सिलाई सिखाने और कराने के बहाने उसको लाया गया था. उसे कहां रखा गया, क्यों रखा गया इस बारे में कुछ भी पता नहीं है. लड़की से मिली जानकारी के मुताबिक जहां उसे ले जाया गया था, वहां पर 12 लड़कियां और भी थीं. उसने बताया कि वह वहां से खिड़की से निकलने के बाद किसी तरह भागकर आई है, जबकि बाकी की लड़कियां भी वहां से चली गई हैं.
वहीं एसपी विनीत जायसवाल ने इस मामले को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि एक लड़की बस स्टैंड पर मिली है. उन्होंने बताया कि करीब एक हफ्त पहले एक शख्स गांव से 12 लड़कियों को दिल्ली सिलाई व कढ़ाई का काम कराने की बात कहकर ले आया था. उसके बाद शहर में ही कहीं कमरा किराए पर लेकर इन लड़कियों को रखा गया था. वहीं जब लड़कियों को कुछ शक हुआ तो वे भाग निकलीं. एसपी ने बताया कि 3 दिन से यह लड़की भी लगातार चलकर यहां तक पहुंची है. उन्होंने बताया कि लड़की से परिजनों के बारे में जानकारी हासिल कर घर वालों को सूचना दे दी गई है. साथ ही मामले की जांच की जा रही है, जिसके बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.