हाथरस:वायरल बुखार से होने वाली मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. जिले के हसायन कोतवाली इलाके में एक झोलाछाप डॉक्टर के इलाज करने के बाद 14 वर्षीय किशोरी की हालत बिगड़ गई, जिसके बाद उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
हाथरस: झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से किशोरी की मौत - हाथरस समाचार
उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक झोलाछाप डॉक्टर ने 14 वर्षीय किशोरी की जान ले ली. डॉक्टर के गलत इलाज के बाद से किशोरी की हालत बिगड़ गई, जिससे किशोरी की मां उसे जिला अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टर ने किशोरी को मृत घोषित कर दिया.
हसायन कोतवाली इलाके के गांव नगला डांडा की 14 वर्षीय किशोरी झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज करने से मौत के मुंह में समा गई. दरअसल, किशोरी पिछले कई दिनों से वायरल बुखार से जूझ रही थी, जिसका इलाज गांव के झोलाछाप से कराया जा रहा था. झोलाछाप के गलत इलाज करने से किशोरी की हालत और बिगड़ गई, जिससे उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान ही उसने दम तोड़ दिया.
आर्थिक तंगी के चलते बेटी का इलाज नहीं हो पाया है और घर में कमाने वाला भी कोई नहीं है. पति की कुछ साल पहले ही मौत हो गई थी, जिसके बाद से आर्थिक तंगी से जूझ रही थी. किसी तरह गांव के लोगों की मदद से बेटी का इलाज करा रही थी. अब तो बेटी ने भी साथ छोड़ दिया.
फूलवती, मृतका की मां
किशोरी को मृत अवस्था में लाया गया था. उसको बुखार आया था और मृतका की मां गांव में ही किसी झोलाछाप से उसका इलाज करा रही थी. शव को सरकारी वाहन से उसके गांव भिजवा दिया गया है.
डॉ. सूर्य प्रकाश, चिकित्सक जिला अस्पताल