हाथरस:पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता रामवीर उपाध्याय का देर रात आगरा में निधन हो गया. वह लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे.सीएम योगी ने रामवीर उपाध्याय के निधन पर गहरा शोक जताते श्रद्धांजलि अर्पित की. वहीं, यूपी बीजेपी चीफ चौधरी भूपेंद्र सिंह ने ट्वीट करते लिखा कि भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री श्री रामवीर उपाध्याय जी के आकस्मिक निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं परिजनों व समर्थकों को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें. ॐ शांति!
रामवीर उपाध्याय का शव शनिवार को हाथरस में उनके आवास के सामने लेबर कॉलोनी पार्क में लोगों के दर्शनार्थ के लिए रखा गया था, जहां खासा जनसैलाब उमड़ पड़ा. उसके बाद उनका शव पैतृक गांव बामौली ले जाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनकी चिता को उनके बेटे चिरागवीर उपाध्याय ने मुखाग्नि दी. उनके अंतिम संस्कार के वक्त हर पार्टी के लोग मौजूद रहे. अंतिम संस्कार में मौजूद लोग रामवीर अमर रहे. जब तक सूरज चांद रहेगा राम जी उपाध्याय तेरा नाम रहेगा. नारे भी लगा रहे थे.
रामवीर उपाध्याय का शव आज दोपहर 12 बजे आगरा से हाथरस पहुंचेगा. शव को हाथरस के लेबर कॉलोनी पार्क में करीब 4 घंटे अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. उसके बाद शाम 4 बजे चन्दपा थाना क्षेत्र के बामौली गांव में शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा. गौरतलब है कि बामौली गांव रामवीर उपाध्याय का पैतृक गांव हैं.
लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे उपाध्याय को आगरा स्थित आवास से देर रात हालत बिगड़ने पर आगरा के रेनबो अस्पताल ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. 64 वर्षीय रामवीर उपाध्याय मायावती की सरकार में कैबिनेट मंत्री थे. बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गए थे. लगभग 25 साल तक हाथरस की विभिन्न विधानसभा सीटों से विधायक रहने वाले रामवीर उपाध्याय की गिनती कद्दावर नेताओं में होती थी. उनकी पत्नी सीमा उपाध्याय जिला पंचायत हाथरस की अध्यक्ष हैं. वह अपने पीछे एक बेटा और दो बेटियां छोड़ गए हैं. रामवीर उपाध्याय के भाई रामेश्वर ब्लॉक प्रमुख हैं. उनके एक और भाई मुकुल उपाध्याय पूर्व विधायक हैं.
परिवार के लोग गमजदा तो क्षेत्र की जनता दुखी, बाजार बंद
पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय के निधन के बाद आज कस्बा मुरसान की व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखें. व्यापारियों का कहना है कि हमें अफसोस है कि हमारा प्रिय नेता अब इस दुनिया में नहीं रहे. रामवीर उपाध्याय के निधन के बाद पूरे जिले भर के लोग शोकाकुल हैं. मुरसान कस्बा के व्यापारियों ने उनके निधन के बाद बाजार बंद रखें और एक शोक सभा का भी आयोजन किया.