हाथरस: कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन है. इन परिस्थितियों में आंगनबाड़ी केन्द्रों की भी सभी गतिविधियां ठप हैं. इसके चलते आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं/सहायिकाओं और अन्य कर्मचारियों को लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों और शहरों से गांव लौटे लोगों की पहचान आदि के कार्यों में लगाया गया है. अब इसके साथ ही बाल विकास सेवा और पुष्टाहार विभाग ने एक नई पहल करते हुए लाभार्थियों के घर तक पुष्टाहार पहुंचाने का काम शुरू किया है. यूपी के हाथरस जिले में सोमवार से पोषाहार का वितरण किया जाएगा.
हाथरस: लॉकडाउन में घर-घर पौष्टिक खाना पहुंचाएंगी आंगनबाड़ी सहायिकाएं
कोरोना वायरस का खतरा उनको ज्यादा रहता है, जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कम होती है. ऐसे में लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लाभार्थियों के घर तक पौष्टिक आहार पहुंचाने की व्यवस्था की गई है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका लोगों को पौष्टिक आहार वितरित करेंगी.
कोरोना वायरस का खतरा उनको ज्यादा रहता है, जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कम होती है. ऐसे में लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए लाभार्थियों के घर तक पुष्टाहार पहुंचाने की व्यवस्था की गई है. इसके लिए यह भी जरूरी है कि इस कार्य से जुड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका इस दौरान पूरी तरह से सतर्कता बरतें. पोषाहार के वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंशिंग का भी पालन किया जाएगा. जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह ने बताया डोर टू डोर पोषाहार वितरण के लिए रोस्टर तैयार कर लिया गया है. जनपद में सोमवार से पोषाहार वितरित किया जाएगा.
पुष्टाहार वितरण के साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/ सहायिका कोरोना वायरस को हराने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी लोगों को जागरूक करेंगी, जो इस प्रकार हैं.
- एक-दूसरे से एक मीटर की दूरी बनाये रखें.
- खांसते-छींकते समय रूमाल या टिशू पेपर का इस्तेमाल करें.
- टिशू पेपर को बंद डस्टबिन में ही फेंकें.
- कोरोना वायरस से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए प्रदेश सरकार के हेल्पलाइन नंबर 18001805145 पर संपर्क करें.
- केंद्रीय हेल्पलाइन नंबर 91-11-23978046 पर भी फोन कर सकते हैं.
- लॉकडाउन का पालन करें और घर पर ही रहें.
- न ही किसी के घर जाएं और न ही किसी को अपने घर पर आमंत्रित करें.