हाथरस: जनपद में कोरोना बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग ने पहल शुरू कर लाभार्थियों के घर तक पोषाहार पहुंचाना शुरू किया है. आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता कोरोना योद्धा की तरह अपने कार्य में जुट गई हैं. सोमवार को 870 केंद्रों की आंगनबाड़ी द्वारा पोषाहार का वितरण किया गया.
कोरोना वायरस का खतरा उनको ज्यादा रहता है, जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है. ऐसे में लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे, इसके लिए लाभार्थियों के घर तक पोषाहार पहुंचाने की व्यवस्था की गई है. इस काम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सतर्कता बरतते हुए पोषाहार का वितरण कर रहीं हैं. वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंशिंग का भी पालन ख्याल रखा जा रहा है.
20 और 21 अप्रैल को पोषाहार का वितरण
जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा नियमों का पालन करते हुए घर-घर जाकर लाभार्थियों को पोषाहार का वितरण किया गया. जनपद में संचालित 1712 आंगनबाड़ी केंद्रों को दो भागों में बांटकर 20 और 21 अप्रैल को पोषाहार का वितरण किया जा रहा है. 20 अप्रैल को जनपद के 870 आंगनवाड़ी केंद्रों पर पोषाहार का वितरण किया गया. जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा नगरीय परियोजना में वार्ड नंबर 8 और वार्ड नंबर 5 में अपनी देख-रेख में पोषाहार का वितरण कराया गया.
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने पहने मास्क और ग्लव्स
वितरण के दौरान नगरीय क्षेत्र में सभासद एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ ग्राम प्रधान भी मौके पर उपस्थित रहे. पोषाहार वितरण के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने मास्क और ग्लव्स पहने थे. पोषाहार देने के पूर्व लाभार्थियों के हाथ को सैनिटाइज किया गया और पोषाहार उनके दरवाजे पर रखा गया.