हरदोई:बैंकों के विलय के बाद एक महिला के लाखों रुपए डूबने का मामला सामने आया है. बैंक में पैसा डूबने के बाद महिला ने रुपये वापस दिलाये जाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में अनशन शुरू कर दिया है. कोऑपरेटिव बैंक में महिला ने अपने लाखों रुपये निवेश किए थे. महिला ने जिला संरक्षण फोरम न्यायालय में रुपये दिलाए जाने की गुहार लगाई. साथ ही महिला ने वाद दायर किया, जिसमें एक मुकदमे को खारिज कर दिया गया, जिसके बाद महिला अपने परिवार के साथ अनशन पर बैठी गई.
कलेक्ट्रेट परिसर में अनशन पर बैठी महिला. जानें क्या है पूरा मामला
- बैंकों के विलय के बाद महिला के लाखों रुपये डूबने का मामला सामने आया है.
- बैंक में पैसा डूबने से परेशान महिला ने परिवार के साथ कलेक्ट्रेट में अनशन शुरू कर दिया.
- कोऑपरेटिव बैंक में महिला ने अपने लाखों रुपये निवेश किए थे.
- महिला ने जिला संरक्षण फोरम न्यायालय में रुपये दिलाए जाने की गुहार लगाई थी.
- महिला ने वाद दायर किया था, जिसमें एक मुकदमे को खारिज कर दिया गया.
महिला का दायर मुकदमा खारिज
बैंक से रुपये वापसी को लेकर महिला ने जिला संरक्षण फोरम के न्यायालय में दो मुकदमे दायर किए, जिसमें एक मुकदमे को न्यायालय ने खारिज कर दिया, जिसके चलते महिला काफी सदमे में है और उसके जीवन यापन के लिए कोई साधन नहीं है. महिला अनशन कर अपने रुपये वापस दिलाए जाने की मांग कर रही है.
परिवार के साथ अनशन पर बैठी महिला
विकासखंड अहिरोरी के रामपुर गांव की रहने वाली महिला परिवार के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में अनशन पर बैठी है. महिला ने जिला प्रशासन से कोऑपरेटिव बैंक में निवेश किए गए रुपये वापस दिलाने की गुहार लगाई है. जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि उसने बैंक में 7 लाख रुपये का निवेश किया था, जिसमें कुछ एफडी और कुछ ब्याज पर रुपये जमा किए थे. बैंकों का विलय के बाद बैंक ने उसके रुपये वापस नहीं किए थे.
निशक्त महिला ने अपना रुपया अर्बन कोऑपरेटिव बैंक में जमा किया था. बैंकों के विलय के बाद उसका रुपया डूब गया. लिहाजा जिला संरक्षण फोरम न्यायालय में दो मुकदमे दायर किए गए थे, लेकिन माननीय न्यायालय के द्वारा एक मुकदमा खारिज कर दिया गया है. महिला का करीब सात लाख रुपया डूब गया है. महिला प्रशासन से रुपए दिलाए जाने की मांग को लेकर अनशन पर बैठी है.
-शशिकांत पांडेय, अधिवक्ता