हरदोई: एम्बुलेंस चालकों ने तीन माह का वेतन न मिलने और कोरोना जैसी महामारी से बचाव के लिए किसी भी प्रकार की सुविधा न दिए जाने जैसे आरोप लगाए हैं. कोरोना संकट के बीच चालकों की हड़ताल बड़ी समस्या भी पैदा कर सकती है.
जीवनदायिनी कही जाने वाली 102 और 108 एंबुलेंस के वाहन चालक हड़ताल पर चले गए हैं. उनका कहना है कि 3 माह से उन्हें वेतन नहीं मिला है, जिसके चलते उनका परिवार भुखमरी की कगार पर आ गया है. इसके अलावा कोरोना वायरस जैसी महामारी से निपटने के लिए किसी प्रकार की सुविधा भी उन लोगों को नहीं दी गई है.
एंबुलेंसकर्मियों का आरोप है कि उन्हें ना ही मास्क दिया गया है और न ही सेनिटाइजर. एक तरफ कोरोना संदिग्ध और पॉजिटिव मरीज को लाने ले जाने का दबाव हमारे ऊपर बनाया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ इनके पास इस महामारी से बचाव के लिए कोई भी इंतज़ाम नहीं है.
प्रदेश सरकार ने सख्त निर्देश दिया है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी कर्मचारी ग्लब्स, मास्क सैनिटाइजर और साबुन का उपयोग करें लेकिन उन्हें किसी भी प्रकार की कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई गई. इसके अलावा 50 लाख रुपए के बीमा की सुविधा जो कोरोना वायरस को चलते की गई है उससे भी इन कर्मचारियों को वंचित रखा गया है. हालांकि अभी जिम्मेदार अफसरान इन चालकों को समझाने के प्रयास करने में लगे हुए हैं.