हरदोई:जिले में सांडी पक्षी विहार को विश्व पटल पर उभारने की कवायद शुरू हो चुकी है. केंद्रीय पर्यावरण और जलवायु विभाग ने रामासर के तहत देश में नए 10 वेटलैंड संरक्षित करने का फैसला किया है. इसमें हरदोई जिले का सांडी पक्षी विहार भी शामिल किया गया है.
देश में वेटलैंड की संख्या पहुंची 37
पूरे देश में रामासर संरक्षित वेटलैंड की संख्या 37 पहुंच चुकी है. जिले के सांडी पक्षी विहार में सात समंदर पार से तमाम प्रजातियों के हजारों पक्षी कलरव करते हैं. यह साइबेरियन पक्षी अक्टूबर के महीने में यहां आना शुरू कर देते हैं और फिर मार्च तक यहां पर प्रवास करते हैं, फिर पुनः अपने मुल्क में वापस लौट जाते हैं. ऐसे में केंद्र सरकार के इस फैसले से अब विश्व पटल पर सांडी पक्षी विहार की पहचान होगी और इसका कायाकल्प भी हो सकेगा.
दहर झील के भी नाम से जाना जाता है
जिले में जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर की दूर पर पर्यटन स्थल सांडी पक्षी विहार स्थित है. 308 हेक्टेयर के क्षेत्रफल में फैले विशाल भू-भाग को दहर झील के नाम से भी जाना जाता है. इसमें पांच छोटी-छोटी झील है, जिनमें सुदूर देशों से विभिन्न प्रजातियों के पक्षी अपने भोजन की तलाश में सर्दियों में यहां आते हैं. हजारों की संख्या में पक्षी विहार में प्रवास करते हैं, जिनमें से कुछ प्रवासी पक्षी तो कुछ स्थानीय पक्षी भी होते हैं. उत्तरी यूरोप चाइना और मंगोलिया में अधिक सर्दी के कारण बर्फ जम जाती है तो ऐसे में यह विदेशी पक्षी यहां विहार का रुख करते हैं.