हरदोई:जिले में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. ऐसे में जहां आम आदमी का बजट बिगड़ गया है तो वहीं दुकानदार भी परेशान हैं. सब्जियों के भाव में आए उछाल से इसका सीधा असर लोगों की जेब पर पड़ रहा है. लिहाजा दुकानदार भी सब्जियों की कम बिक्री से परेशान हैं. दुकानदारों के मुताबिक सब्जी महंगी होने से सब्जियों की बिक्री कम हो रही है जिसके चलते उन्हें कम मुनाफा हो रहा है.
सब्जियों के भाव बढ़ने से बिगड़ा रसोई का बजट सब्जियों की कीमतों ने बिगाड़ा आम आदमी का बजटजिले में सब्जियों के बढ़ते भाव ने रसोई का बजट भी बिगाड़ कर रख दिया है. आम आदमी की थाली से हरी सब्जियां गायब होने लगी है. वहीं दालें महंगी होने से रसोई का बजट पहले से ही बिगड़ा हुआ था तो अब हरी सब्जियों के भाव ने जायका और महंगा कर दिया है.
आसमान छू रही सब्जियों की कीमतेंरोजमर्रा में प्रयोग किया जाने वाला प्याज 60 रुपये तो आलू 40 रुपये और टमाटर 60 रुपये के पार बिक रहा है. एक किलो हरा धनिये के लिए लोगों को 200 रुपये खर्च करना पड़ रहा है. वहीं भिंडी, लौकी, बैंगन, फूल गोभी, पत्ता गोभी, पालक समेत कोई ऐसी सब्जी नहीं है जो 40 रुपये से कम बिक रही है.
आम आदमी ही नहीं दुकानदार भी परेशानसब्जियों के बढ़े दामों को लेकर जहां आम आदमी परेशान हैं तो वहीं दुकानदार भी इससे अछूते नहीं हैं. दुकानदारों के मुताबिक पहले मंडी में सब्जियां सस्ती थीं. लिहाजा सस्ते दामों पर उन्हें सब्जियां मिल जाती थीं, लेकिन सब्जी के दामों में अचानक आई तेजी से मंडी में ही उन्हें सब्जियां महंगी मिल रही हैं. जिसके कारण वह लोग सब्जियां महंगी बेच रहे हैं. सब्जियां महंगी होने के कारण उनकी बिक्री कम हो रही है, लिहाजा इसका सीधा असर उनकी आमदनी पर भी पड़ा है. पहले ज्यादा बिक्री होने के कारण आमदनी भी ज्यादा होती थी, लेकिन महंगाई की मार ने उनकी बिक्री पर प्रभाव डाला है, जिससे उनकी आमदनी भी अब कम हो गई है.