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हरदोई ट्रिपल मर्डर केस: शिष्य ने दिया था हत्याकांड को अंजाम

यूपी के हरदोई में हुए ट्रिपल मर्डर केस का पुलिस ने 36 के घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है. इस हत्याकांड को अंजाम किसी और ने नहीं, बल्कि साधु के शिष्य रक्षपाल ने अपने साथियों के साथ मिलकर दिया था.

36 घंटे के अंदर पुलिस ने किया खुलासा
हरदोई ट्रिपल मर्डर केस का खुलासा.

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Published : Sep 3, 2020, 3:57 PM IST

हरदोई:जिले की पुलिस ने मंगलवार को हुई साधु, साध्वी और साधु के बेटे के ट्रिपल मर्डर के मामले का खुलासा कर दिया है. मंगलवार को साधु के साथ ही उनके पुत्र और एक साध्वी का ईंट-पत्थरों से कुचला हुआ शव उन्हीं के आश्रम में मिला था. घटना की गंभीरता को देखते हुए एडीजी जोन कानून व्यवस्था ने भी मौके का निरीक्षण किया था. उन्होंने पुलिस को इस वारदात के खुलासे के निर्देश दिए थे. पुलिस ने इस ट्रिपल मर्डर का 36 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है. इसके साथ ही इस वारदात को अंजाम देने के आरोप में पुलिस ने आश्रम में रहने वाले हिस्ट्रीशीटर के साथ उसके साले और एक दोस्त को गिरफ्तार किया है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि आश्रम की 48 बीघा जमीन के लालच में हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था.

वारदात की मुख्य बातें-

  • पुलिस ने ट्रिपल मर्डर का 36 घंटे के अंदर खुलासा किया.
  • मृतक साधु के शिष्य रक्षपाल ने अपने साथी और साले के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था.
  • रक्षपाल थाना मझिला का हिस्ट्रीशीटर है.

पुलिस की तफ्तीश में सामने आया है कि मृतक साधु का शिष्य रक्षपाल इस वारदात का मुख्य आरोपी है. उसने अपने साथी संजय और राजीव के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस ने बताया कि शिष्य रक्षपाल हिस्ट्रीशीटर अपराधी है और वह पिछले साल जेल से जमानत पर बाहर आया था. इसके बाद रक्षपाल अपने रिश्तेदार के जरिए साधु हीरा दास का शिष्य बन गया और आश्रम में रहने लगा.

हरदोई ट्रिपल मर्डर केस का खुलासा.

आश्रम में रहने के दौरान वह आश्रम की 48 बीघा जमीन पर खेती करने लगा. इस बीच जब आश्रम के संचालक साधु हीरादास को उसके आपराधिक पृष्ठभूमि की जानकारी हुई तो उन्होंने उसे आश्रम से हटाने का मन बना लिया. इसके बाद रक्षपाल ने पूर्व में अपने साथ जेल में बंद रहे राजीव और अपने साले संजय के साथ मिलकर 17 अगस्त को साधु हीरादास को विश्वास में लेकर अपने पक्ष में वसीयतनामा करा लिया. वसीयतनामा कराने के बाद रक्षपाल आश्रम और जमीन को हासिल करने के लिए किसी तरह साधु उनके बेटे और आश्रम में रहने वाली साध्वी की हत्या करने का प्लान बनाने लगा.

पुलिस ने आगे बताया कि पूर्व में भी एक बार उसने साधु और उनके बेटे की दुर्घटना कराकर मारने की साजिश रची थी, लेकिन उसमें उसे सफलता नहीं मिली. इस दौरान मृतक साधु हीरादास अपनी 7 बीघा जमीन बेचने का प्रयास करने लगे. इस पर रक्षपाल और उसके साथियों ने साधु हीरादास को मारने की साजिश रची और तीनों ने मिलकर आश्रम में ही साधु हीरा दास और साधु के पुत्र नेतराम और साध्वी मीरा दास की ईंट-पत्थरों से कुचलकर हत्या कर दी. हत्या करने के बाद आरोपी हिस्ट्रीशीटर बाकी लोगों को उनके घर में छोड़कर तड़के सुबह आश्रम में पहुंचा और उसने तीनों की हत्या होने का शोर मचाया. इस पर ग्रामीण और गांव के प्रधान मौके पर पहुंचे और ट्रिपल मर्डर की सूचना पुलिस को दी गई.

पुलिस ने जब इस पूरे हत्याकांड से जुड़े सभी लोगों से पूछताछ शुरू की तो आरोपी रक्षपाल की गतिविधियों पर संदेह हुआ. इसके बाद उसकी पत्नी और उससे पूछताछ की गई. पूछताछ में दोनों के बयानों में अंतर मिलने पर और सर्विलांस के जरिए रक्षपाल के दोस्त और साले की गतिविधियों को लेकर पुलिस को संदेह हुआ. इसके बाद पुलिस ने रक्षपाल और उसके दोस्त राजीव को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली. पुलिस के मुताबिक आश्रम और उसकी 48 बीघा जमीन के लालच में आकर तीनों ने ट्रिपल मर्डर की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस को अभी इस मामले में उनके मददगार रहे कुछ अन्य लोगों की भी तलाश है.

रक्षपाल थाना मझिला का हिस्ट्रीशीटर है, जो पुलिस मुठभेड़ में घायल हुआ था. ट्रिपल मर्डर की वारदात को उसने -अपने साथियों के साथ अंजाम दिया था. वह आश्रम और आश्रम की 48 बीघा जमीन पर काबिज होना चाहता था, जिसके चलते वह आश्रम में पहले बाबा का शिष्य बना और फिर आश्रम में साधु, साधु के बेटे और एक साध्वी की ईंट-पत्थरों से कुचलकर निर्मम हत्या कर फरार हो गया था. इसे गिरफ्तार कर लिया गया है और जेल भेजा जा रहा है.
-अमित कुमार, पुलिस अधीक्षक हरदोई

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