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पीएम मोदी ने हरदोई के किसान अरविंद कुमार से की बात, पूछे ये सवाल

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Published : Jun 5, 2021, 10:17 PM IST

विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के साथ संवाद किया. इस मौके पर पीएम ने हरदोई के प्रगतिशील किसान अरविंद कुमार से आधुनिक खेती और एथेनॉल के बारे में जानकारी ली.

पीएम मोदी ने हरदोई के किसान अरविंद कुमार से की बात
पीएम मोदी ने हरदोई के किसान अरविंद कुमार से की बात

हरदोई:विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री ने प्रगतिशील किसानों के साथ वार्ता की. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरदोई के प्रगतिशील किसान अरविंद कुमार के साथ संवाद किया. प्रधानमंत्री ने अरविंद कुमार से आधुनिक खेती और एथेनॉल के बारे में पूछा. अरविंद कुमार ने बताया कि आधुनिक खेती के जरिए उनकी उपज में 3 गुना का इजाफा हुआ है, जिससे उनकी आय भी काफी बढ़ गई है. इस दौरान अरविंद कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत कर काफी खुश नजर आए. उन्होंने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि आज प्रधानमंत्री के साथ उनकी वार्ता हुई.

वीडियो रिपोर्ट

पीएम ने अरविंद कुमार से आधुनिक खेती की ली जानकारी

हरदोई जिले के विकासखंड टड़ियावां के पुरवा देवरिया गांव के रहने वाले प्रगतिशील किसान अरविंद कुमार 3 एकड़ जमीन के मालिक हैं. अरविंद ट्रेंच विधि से खेती करते हैं. विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर शनिवार को हरियावां शुगर मिल में बुलाए गए प्रगतिशील किसानों के कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने अरविंद कुमार से संवाद किया. उन्होंने प्रगतिशील किसान अरविंद कुमार से पूछा कि क्या वह एथेनॉल के बारे में जानते हैं? इस पर अरविंद कुमार ने पीएम को बताया कि शुगर मिल में एथेनॉल बनता है. जिसमें पेट्रोल मिलाया जाता है. एथेनॉल की बिक्री होने से उनका गन्ने का भुगतान भी जल्द हो जाता है. प्रधानमंत्री ने पूछा कि क्या वह आधुनिक खेती करते हैं? इस पर अरविंद कुमार ने कहा कि पहले वह देसी तरीके से गन्ने की खेती करते थे, लेकिन अब वह ट्रेंच विधि से गन्ने की खेती करते हैं, जिससे उनकी उपज और आमदनी में काफी वृद्धि हुई है.

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ट्रेंच विधि से गन्ने की खेती कर रहे हैं अरविंद

अरविंद कुमार ने बताया कि उन्होंने एक हेक्टेयर जमीन पर गन्ने की खेती कर जनपद में सबसे अधिक उत्पादन किया है. पहले वह देसी तकनीक से गन्ने की खेती करते थे. तब उनकी पैदावार 700 से लेकर 800 कुंतल प्रति हेक्टेयर हुआ करती थी, लेकिन जब से उन्होंने ट्रेंच विधि से गन्ने की खेती करना शुरू की है, तब से उनकी अधिकतम उपज 2631 कुंटल प्रति हेक्टेयर हो गई है.

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