हरदोई: जिले में शासन और सरकार के कड़े निर्देशों के बाद भी खुले आम एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. यहां शहरी इलाकों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक लोग खुले आम सड़कों के किनारे और अन्य जगहों पर कूड़ा जलाकर प्रदूषण फैला रहे हैं और नियमों की अवहेलना करने का काम कर रहे हैं. और तो और जब सरकारी विभागों और कार्यालयों में भी एनजीटी के नियमों को ताक पर रखकर शासन के आदेशों का मजाक बनाया जा रहा हो. हम बात कर रहे हैं जिला मुख्यालय पर मौजूद राजकीय पुस्तकालय की चारों तरफ कूड़े का ढेर लगाकर उसे जलाया जा रहा है. ऐसे में वातावरण को धुआंधुआं कर रहा ये राजकीय पुस्तकालय जिला प्रशासन की उदासीनता को दर्शाने के लिए पर्याप्त है. वहीं जिम्मेदार महज जागरूकता अभियान चलाकर लोगों के ऊपर कार्रवाई किए जाने और जुर्माना लगाए जाने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं.
जिले में इस दरमियान एनजीटी यानी कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल एक्ट (राष्ट्रीय हरित अधिकरण एक्ट) के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. जिले के कलेक्ट्रेट कार्यालय से चंद कदमों की दूरी पर मौजूद बेसिक शिक्षा विभाग से सटे हुए राजकीय पुस्तकालय के चारों तरफ पुस्तकालय परिसर में कूड़े के अंबार एकत्रकर उनमें आग लगा दी जाती है. जिससे जिला मुख्यालय पर जहां रोजाना हजारों लोगों का आना जाना लगा रहता है. वहां पूरा इलाका धुंआधुंआ हो गया है. ऐसे में यहां आने वाले हजारों लोगों को तमाम तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. तो शासन व सरकार के सख्त निर्देशों के बाद भी जिले में आज एनजीटी की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.