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हरदोई की राम कथा का पंडाल बना मिनी विधानसभा, 9 मंत्रियों सहित विधानसभा अध्यक्ष रहे मौजूद

हरदोई में मंत्री रजनी तिवारी के निजी विद्यालय में शुरु हुई राम कथा (Ram Katha in Hardoi) में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना (Assembly Speaker Satish Mahana) समेत 9 मंत्री शामिल हुए. इसके बाद काग्रेस नेता तंज कसते हुए इसे सियासी राम कथा करार दिया.

हरदोई में राम कथा का पंडाल बना मिनी विधानसभा
हरदोई में राम कथा का पंडाल बना मिनी विधानसभा

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Published : Oct 20, 2022, 10:45 PM IST

हरदोईःजनपद में मंत्री रजनी तिवारी (Minister Rajni Tiwari) के निजी विद्यालय में 7 दिवसीय श्री राम कथा का आयोजन कराया गया है. जहां बुधवार को कथा को सुनने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना (Assembly Speaker Satish Mahana) और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना सहित योगी सरकार के 9 मंत्री पहुंचे. वहीं, जनपद में बाढ़ से आई समस्याओं को जानने कोई मंत्री नहीं पहुंचा है. जिसपर विपक्ष ने निशाना साधा है.

वहीं, इतने मंत्रियों के आने के बाद विपक्ष ने निशाना साधते हुए भाजपा की नीतियों पर किया कटाक्ष किया है. जिसके बाद सवाल ये खड़ा हो रहा है कि एक तरफ हरदोई जिले में सवायजपुर इलाके के लोग बाढ़ की समस्या से जूझ रहे हैं. पांच नदियों से घिरा क्षेत्र जमींदोज हो गया है. बाढ़ से लोग बेघर हो गए हैं. दूसरी ओर भारी संख्या में विधानसभा की मंडली राम धुन में मग्न नजर आ रही है. कोई भी मंत्री एक बार भी उस क्षेत्र का भ्रमण नहीं किया है. न ही पीड़ित लोगों की समस्याओं को सुन रहे हैं.इसके अलावा जनपद में तमाम विकास कार्य रुके हुए हैं. मंत्री लोग अध्यात्म के रंग में रंग कर अपना जीवन सुधारने में लगे हुए हैं.

हरदोई राम कथा में मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा बाढ़ जैसी कोई समस्या नहीं है जबकि काग्रेस के जिला अध्यक्ष ने इसे सियासी राम कथा करार दिया

सियासी नजारा
जिले की उच्च शिक्षा राज्य मंत्री द्वारा 15 से 21 अक्टूबर तक आयोजित की गई. राम कथा में प्रतिदिन 2 से 4 मंत्रियों का जमावड़ा लग रहा है.वहीं, 19 अक्टूबर को विधानसभा अध्यक्ष समेत 9 मंत्रियों ने यहां शिरकत की थी. इसके अलावा पंडाल में सांसद और विधायकों का जमावड़ा लगा हुआ है. इससे सियासी सरगर्मी भी तेज हो गयी है. राम कथा की शुरुआत से अभी तक एक ही पंडाल के नीचे पूरी विधानसभा मंडली में 12 से अधिक मंत्री रामकथा सुनने पहुंच चुके हैं जबकि जिले के कामकाज को छोड़कर प्रशासन भी रामकथा सुनने आने वालों की सुरक्षा में तैनात है.


इन दिनों जनपद में ऐतिहासिक रामकथा का आगाज हुआ है. इसे सुनने के लिए भक्त बड़ी ही आस्था और भाव के साथ आ रहे हैं लेकिन इस ऐतिहासिक रामकथा को आयोजन कराने वाली योगी सरकार की उच्च शिक्षा राज्य मंत्री ने इस आध्यात्मिक आयोजन को सियासी रामकथा बना दिया है. राज्य मंत्री की राम कथा में प्रतिदिन मंत्रियों का जमावड़ा लग रहा है. योगीराज के सभी मंत्री अपने कामकाज छोड़ राम कथा में अधिक समय दे रहे हैं.


इसी राम कथा को सुनने हाल ही में आये पशु धन मंत्री धर्मपाल सिंह (Minister Dharampal Singh) ने समीक्षा बैठक तो की लेकिन उस समीक्षा बैठक ने विकास भवन सभागार को सत्संग हॉल में तब्दील कर दिया.गोबर में लक्ष्मी का वास व गौ मूत्र का छिड़काव करने जैसे बयानों को लेकर वे सुर्खियों में भी रहे.


मंत्री सुरेश खन्ना ने राम कथा के फायदे गिनाए
वहीं मंत्री सुरेश खन्ना (Minister Suresh Khanna) ने कहा कि बाढ़ जैसी कोई समस्या नहीं है. इस बाढ़ से केवल 22 परिवार प्रभावित हुए थे. उनकी व्यवस्था कर दी गयी है. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए मंत्री ने राम कथा के तमाम फायदे भी लोगों को बताया.

कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष ने कहा सियासी राम कथा
वहीं, कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष आशीष सिंह कहते हैं, कि राम कथा सुनना अच्छी बात है. रामकथा सभी के जीवन का उद्धार करती है लेकिन मंत्री की रामकथा गरीब जनता और फरियादियों की सबसे बड़ी व्यथा बनी हुई है. क्योंकि राम कथा सुनने आने वाले वीवीआइपी की सुरक्षा में दिनभर जिले का प्रशासन तैनात रहता है. अधिकारी कई दिनों से दूरदराज से आने वाले फरियादियों की फरियाद नहीं सुन पा रहे हैं. उन्होंने इस राम कथा को पूरी तरह से सियासी राम कथा करार दिया है. वहीं, नगर मजिस्ट्रेट ने भी आये मंत्रियों की जानकारी से अवगत कराया.

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