हरदोई: जिले के विकासखंड टोडरपुर सुरजीपुर गांव में रविवार को बाल कल्याण आयोग की सदस्य डॉ. प्रीति वर्मा प्रवास कार्यक्रम में पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने आम लोगों की समस्याओं को सुना और उनका निराकरण किया. दो दिव्यांग महिलाओं को आवास और शौचालय न मिलने की बात सुनकर उन्होंने मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की. जिलाधिकारी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए महिलाओं की समस्याओं का निराकरण कराया.
प्रवास कार्यक्रम के दौरान हरदोई पहुंची डॉ. प्रीति वर्मा. आयोग की सदस्य ने आम लोगों की समस्याओं को सुना
- रविवार को बाल कल्याण आयोग की सदस्य डॉ. प्रीति वर्मा ने शिरकत की.
- एक ही परिवार की 2 दिव्यांग महिलाओं को सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला था.
- जिलाधिकारी की कार्रवाई से मौके पर दोनों दिव्यांग महिलाओं को 6 हजार का चेक दिया गया.
- इसके साथ ही शीघ्र आवास उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए गए हैं.
- शौचालय निर्माण और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई.
हर जिले में बाल गृह बनाए गए हैं
बाल श्रमिकों के सवाल पर डॉ. प्रीति वर्मा ने बताया कि जिले और प्रदेश लेवल से लेकर सरकार बच्चों के लिए हर प्रकार की योजनाएं चला रही है, ताकि किसी प्रकार से बच्चों से बाल मजदूरी न कराई जा सके. अगर कोई परिवार अपने बच्चे को पालने में असमर्थ है और किसी कारण उसे बाल मजदूरी करनी पड़ रही है, इसके लिए हर जिले में बाल गृह बनाए गए हैं. जिसमें इस प्रकार के बच्चों की पूरी देखरेख की जाती है.
दो महिलाएं दिव्यांग हैं, उनको सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिला था. उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए निर्देशित किया गया है और लाभ दिलाया जाएगा. इसके अलावा बाल अधिकारों के प्रति सरकार गंभीर है. इसके अलावा भी जो बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, उन्हें शिक्षा से जोड़ना हमारा लक्ष्य है. सरकार इसके लिए प्रयासरत है और वह भी लगातार इसके लिए प्रयास कर रही हैं.
-डॉ. प्रीति वर्मा, सदस्य, बाल कल्याण आयोग उत्तर प्रदेश
इसे भी पढ़ें-प्रयागराज: मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में दिव्यांग जिला अधिवेशन, व्यवसायिक शिक्षा दिलाने की उठी मांग