हरदोई: केंद्र में बीजेपी की सरकार बनने के बाद हर किसी की आंखों में बड़े स्तर से लेकर जमीनी स्तर तक सुधार की उम्मीदें जगी थीं. इसी के अंतर्गत पीएम ने सभी सांसदों को एक-एक गांव गोद लेकर वहां विकास करने की बात कही थी. कई भाजपा सांसदों ने गांव गोद तो लिए, लेकिन कभी वहां दर्शन देने नहीं जाते थे. एक-दो बार गए पर उसके बाद कभी वहां कदम नहीं रखे. ऐसे में गोद लिए गांव में आज भी विकास का अकाल पड़ा है.
इन्हीं आदर्श गांवों में शामिल है बीजेपी के पूर्व सांसद अंशुल वर्मा का गोद लिया गांव खजुरारह, जहां आज भी लोग विकास की राह देख रहे हैं. हालांकि वो बीजेपी को छोड़कर सपा में शामिल हो चुके हैं पर वहां के हालात आपको सोचने पर मजबूर कर देंगे. ईटीवी भारत के रियलिटी टेस्ट में आप गांव खजुरारह की जमीनी हकीकत से रूबरू होंगे.