हरदोई: अभी तक आपने नटवरलाल के किस्से बहुत सुने होंगे, वही नटवरलाल जिसने ताजमहल, लालकिला, राष्ट्रपति भवन यहां तक कि संसद भवन भी बेच दिया था. हरदोई के अतरौली थाना इलाके में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसने सभी को अचंभित कर दिया है. जिले में जालसाजों ने एक दम्पति को गोमती नदी ही बेच दी.
दरअसल, एक महिला को जो भूमि बेची गई थी, उसमें से आधे से अधिक जमीन पर गोमती नदी बहती है, जबकि शेष जमीन भी गोमती के किनारे है. लेखपाल की आख्या मिलने के बाद पुलिस ने जालसाजी करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है.
लखनऊ जनपद के महानगर थाना क्षेत्र के रहीमनगर के रहने वाले मिथलेश के पति योगेश्वर कुमार लखनऊ में बीएसएनएल में तैनात थे. वर्ष 2019 में वह सेवानिवृत्त हो गए. मिथलेश ने पति के सेवानिवृत्त होने पर मिले रुपयों से भूमि खरीदने की योजना बनाई. अतरौली थाना क्षेत्र के ग्राम मंडौली का रहने वाला मैनू उर्फ भैनू किसी तरह मिथलेश के संपर्क में आ गया.
जालसाज ने बेंची गोमती नदी की जमीन. मिथलेश के मुताबिक मैनू ने उसकी मुलाकात सीतापुर जनपद के सिंधौली थाना क्षेत्र के ग्राम घरावां निवासी हरिकृष्ण श्रीवास्तव पुत्र विशंभर और लखनऊ के बख्शी का तालाब थाना क्षेत्र के तिवारीपुर निवासी मंजू यादव पत्नी रामलखन यादव से कराई. इन लोगों ने मिथलेश और उसके पति योगेश्वर को भटपुर-करौंध मार्ग पर लगभग साढ़े 34 बीघा भूमि दिखाई और इसका बैनामा भी कर दिया. इसके एवज में 29,43,620 रुपये का भुगतान कर दिया गया.
जब यह लोग जमीन पर कब्जा लेने पहुंचे तो पता चला कि उक्त भूमि वहां है ही नहीं और मौजूद खेत के मालिकों ने उन्हें अभिलेख दिखाए. 28 फरवरी को मिथलेश ने मैनू उर्फ भैनू, हरिकृष्ण श्रीवास्तव और मंजू यादव के विरुद्ध जालसाजी, धोखाधड़ी और फजीवाड़े की रिपोर्ट अतरौली थाने में दर्ज करा दी. पुलिस ने मामले की विवेचना शुरू की और संबंधित लेखपाल से पूरी रिपोर्ट मांगी.
पुलिस के मुताबिक लेखपाल की रिपोर्ट से पता चला कि जो जमीन बैनामा की गई है उस पर गोमती नदी बहती है. कुछ भूमि गोमती से सटी हुई है और उसे भी बेचा नहीं जा सकता. एएसपी अनिल कुमार ने बताया कि फर्जीवाड़े और जालसाजी की पुष्टि हो जाने पर हरिकृष्ण श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया गया है. साथ ही अन्य आरोपियों की तलाश भी की जा रही है.
इसे भी पढ़ें-लखनऊ में 6 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत