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हरदोई: सरकारी क्रय केंद्र पर नहीं खरीदा जा रहा किसानों का धान, विधायक ने लगाई फटकार - farmers are facing problem

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों का धान न खरीदने का मामला सामने आया था. वहीं इसकी जानकारी मिलने के बाद भाजपा विधायक ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. वहीं उन्होंने केंद्र प्रभारी को फटकार भी लगाई.

किसानों को हो रही परेशानी.
किसानों को हो रही परेशानी.

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Published : Oct 22, 2020, 8:23 AM IST

हरदोई: किसानों को धान की फसल का वाजिब मूल्य मिल सके, इसके लिए सरकार ने सरकारी केंद्र सक्रिय कर धान का समर्थन मूल्य तय कर दिया है. लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के चलते किसान अपना धान औने-पौने दामों पर बेचने के लिए मजबूर हैं. भाजपा विधायक के निरीक्षण के दौरान सरकारी क्रय केंद्रों की हकीकत खुलकर सामने आ गई. आलम यह है कि ग्रामीण क्षेत्र में नमी मापने के लिए नमी मापक यंत्र ही नहीं है. लिहाजा केंद्र प्रभारी बिना नमी मापे ही नमी बताकर किसानों का धान खरीदने से इंकार कर रहे हैं. हालांकि इस मामले में विधायक ने केंद्र प्रभारी को जमकर फटकार लगाई और इसकी शिकायत जिला प्रशासन से करने के साथ ही स्थितियां सुधरवाने की बात कही.

किसानों को हो रही परेशानी.

हरदोई जिले में सरकारी धान क्रय केंद्रों पर धान की खरीद के लिए प्रशासन ने 61 सरकारी क्रय केंद्र बनाए हैं. इनमें सभी सरकारी क्रय केंद्रों को प्रशासन ने क्रियाशील कर दिया है. शासन का निर्देश है कि सभी किसानों का धान खरीदा जाए. धान खरीद की हकीकत जानने के लिए भाजपा विधायक मानवेंद्र प्रताप सिंह रानू ने सवायजपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कुड़ी और पचदेवरा धान खरीद केंद्र का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान पचदेवरा में बिना नमी मापक यंत्र के ही किसानों के धान में नमी बता कर वापस किया जा रहा था. विधायक ने इस पर क्रय केंद्र प्रभारी को फटकार लगाई. साथ ही मामले की शिकायत जिला प्रशासन से करने की बात कही.

पूरे जनपद में किसानों का धान खरीदा जाए इसके लिए प्रशासन ने 1 अक्टूबर से सभी धान खरीद केंद्रों को सक्रिय कर दिया है. ग्रामीण क्षेत्र में प्रत्येक धान खरीद केंद्र को 300 कुंटल रोजाना धान खरीद का लक्ष्य दिया गया है, लेकिन अभी तक मात्र लक्ष्य के सापेक्ष 1100 कुंटल ही किसानों का धान खरीदा जा सका है. ऐसे में सरकार द्वारा निर्धारित किया गया 1868 रुपये समर्थन मूल्य किसानों को नहीं मिल पा रहा है. हालांकि इस मामले में स्थितियां सुधरवाने को लेकर विधायक ने किसानों से वादा किया है.

ओने पौने दाम पर धान बेचने को मजबूर किसान

धान खरीद केंद्रों पर किसानों को धान बेचने में असुविधा हो रही है. लिहाजा किसान अपना गेहूं ओने-पौने दामों पर बेचने के लिए मजबूर हैं. ऐसे में किसान धान क्रय केंद्रों से निराश होकर व्यापारियों के पास अपना धान लेकर पहुंच रहे हैं और उनका धान सस्ते में खरीदा जा रहा है. ऐसे में सरकारी मशीनरी की लापरवाही विधायक के निरीक्षण में खुल कर सामने आ गई है.

भाजपा विधायक मानवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली कि उनकी विधानसभा क्षेत्र में किसानों का धान नहीं खरीदा जा रहा है. यहां पर कई किसान ऐसे मिले, जिन्होंने कहा कि उनका धान नहीं खरीदा गया है. यहां पर नमी मापक यंत्र भी नहीं है और बगैर नमी मापे ही किसानों को वापस किया जा रहा है. इस मामले में उन्होंने प्रशासन से बात करने की बात कही है. विधायक का कहना है कि वह प्रशासन से बात करेंगे. अभी उन्होंने क्रय केंद्र प्रभारी को किसानों का धान खरीदने के निर्देश दिए हैं. इस मामले में किसानों का धान खरीदा जाएगा और प्रशासन से मिलकर स्थितियां सुधरवाई जाएंगी और प्रचार-प्रसार कराया जाएगा ताकि किसानों को फसल का समर्थन मूल्य मिल सके.

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