उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

हरदोई: शिक्षा के मंदिर में खौफ का मंजर - हरदोई समाचार

उत्तर प्रदेश के हरदोई में बच्चे प्राथिमक स्कूलों में खौफ के साए में पढ़ने को मजबूर हैं. किसी प्राथमिक विद्यालय भवन के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजरती है तो किसी प्राथमिक विद्यालय में विद्युत ट्रांसफार्मर ही रख दिया गया है. लिहाजा बच्चे पठन-पाठन का कार्य भय के माहौल में कर रहे हैं.

विद्यालयों में बच्चे भय के माहौल में पढ़ाई कर रहे.

By

Published : Sep 1, 2019, 10:38 PM IST

हरदोई: जिले के प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले स्कूलों के बच्चे खौफजदा हैं. दरअसल स्कूल के ऊपर से गुजरी हुई हाईटेंशन लाइन के चलते बच्चे और शिक्षक भयभीत हैं. कई जगह स्कूल में ही ट्रांसफार्मर रखा गया है. इन समस्याओं से निजात दिलाने के लिए शिक्षकों ने अफसरों से कई बार गुहार भी लगाई, लेकिन उनकी शिकायत पर किसी ने ध्यान नहीं दिया.

विद्यालयों में बच्चे भय के माहौल में पढ़ाई कर रहे.

जिले में नौनिहालों के साथ खिलवाड़ करती हुई यह तस्वीरें हरदोई जिले के विकासखंड भरखनी के बहाउद्दीनपुर और पिहानी विकासखंड के कोटकला प्राइमरी विद्यालय की हैं. छात्र जिस जगह पढ़ रहे हैं उनके ऊपर से हाईटेंशन लाइन की तार गुजरी हैं. जिसकी वजह से यहां के छात्र खौफ में पढ़ाई करते हैं. वहीं दूसरी तस्वीर पिहानी के कोट कला विद्यालय की है, जहां पर स्कूल में ही विद्युत ट्रांसफार्मर रखा गया है और हाईटेंशन लाइन व घरेलू लाइन भी स्कूल से होकर ही गुजरती है.

पढ़ें-हरदोईः प्रेरणा ऐप से अटेंडेंस देने के खिलाफ लामबंद हुए शिक्षक, करेंगे कार्य बहिष्कार

पिछले 2 सालों से हो रही शिकायत

यहां कभी ट्रांसफार्मर में आग लग जाती है तो कभी तार भी टूट कर गिर जाते हैं. पिछले 2 सालों से इसकी शिकायत अफसरों की जाती रही है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस विद्यालय में 271 बच्चे पठन-पाठन का कार्य करते हैं, जिसकी जिम्मेदारी एक ही शिक्षक पर है.

पढ़ें-हरदोईः बच्चा चोरी की अफवाह दूर करने निकली पुलिस, लॉउडस्पीकरों ने दिया धोखा

बच्चे और शिक्षक खौफ के साए में
दोनों ही स्कूलों में आलम यह है कि यहां बच्चे और शिक्षक खौफ के साए में रहते हैं. हर समय इन पर खतरा मंडराता रहता है. इन समस्याओं को लेकर शिक्षकों ने कई बार शिकायत की. चाहे वह शिक्षा विभाग के अफसर हो, प्रशासनिक अफसर हो या फिर बिजली विभाग के अफसर, सभी से इन मामलों की शिकायत की गई, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान देना जरूरी ही नहीं समझा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details