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हरदोई: जनता को किया नजरअंदाज तो डीएम ने रोका जेई का वेतन

यूपी के हरदोई में जनता को बिजली आपूर्ति बाधित होने की जानकारी न देने और अपने सीयूजी नंबर को बंद कर लेने पर जिलाधिकारी ने जेई का वेतन रोकने का आदेश दिया है. वहीं जिलाधिकारी ने कहा कि अगर दोबारा गलती पाई गई तो और कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

डीएम ने रोका जेई का वेतन

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Published : Sep 5, 2019, 11:06 PM IST

हरदोई: जिले में बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां लापरवाही सामने आने पर जिलाधिकारी ने जेई का वेतन रोकने का आदेश दिया है. जिलाधिकारी की इस कार्रवाई से बिजली विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. दरअसल बिजली विभाग की लापरवाही के चलते हजारों घरों की सप्लाई बाधित हो गई थी. इस मामले में जब लोगों ने जानकारी चाही तो जेई और एक्सईएन ने जानकारी देने के बजाय अपने सीयूजी मोबाइल नंबर को बंद कर लिया. लोगों की शिकायत पर जिलाधिकारी ने यह कार्रवाई की है.

डीएम ने रोका जेई का वेतन.

जनता को जानकारी न देने के चलते रुका वेतन

  • हरदोई जिले के विद्युत उपकेंद्र आशानगर के जेई के. के. राठौर के लापरवाही बरतने पर जिलाधिकारी ने वेतन रोकने के आदेश दिए हैं.
  • दरअसल विगत दो अगस्त से 3 अगस्त तक लंबे समय तक विद्युत आपूर्ति पूर्णतया बाधित हो गई थी, जिस कारण हजारों घरों की बिजली गुल हो गई थी.
  • इसके लिए मोहल्ले के लोग जानकारी जुटाने के लिए पावर हाउस भी पहुंचे थे.
  • लेकिन विद्युत विभाग ने लापरवाही और अकर्मण्यता दिखाते हुए लोगों को कोई जानकारी नहीं दी.
  • इतना ही नहीं जेई और एक्सईएन ने अपने सीयूजी मोबाइल नंबर तक आफ कर लिए.
  • इलाके के लोगों ने जिलाधिकारी से इस मामले की शिकायत की.
  • जिलाधिकारी ने मामले संज्ञान लेते हुए जेई के के राठौर का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं, साथ ही विद्युत विभाग के अफसरों को लापरवाही बरतने पर कड़ी चेतावनी भी दी है.
  • जिलाधिकारी ने कहा कि इस तरह की गड़बड़ी पाई जाती है तो आगे भी कार्रवाई की जाएगी.

आशा नगर मोहल्ले में लंबे समय तक विद्युत आपूर्ति बाधित रही थी. इस मामले में आशानगर उपकेंद्र के जेई और एक्सईएन ने लोगों के पूछने पर कोई जानकारी भी नहीं दी और पावर हाउस भी नहीं पहुंचे. इसके साथ ही उन्होंने अपने सीयूजी मोबाइल भी बंद कर रखे थे. इस मामले ने अधीक्षण अभियंता से बात की गई थी, जिसके बाद लोगों को सही जानकारी न देने के साथ ही अपने सीयूजी मोबाइल फोन भी बंद कर लेने के चलते इनकी अकर्मण्यता को देखते हुए वेतन रोकने के आदेश दिए गए हैं.
-पुलकित खरे, जिलाधिकारी

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