हरदोईः जिले के डीएम पुलकित खरे ने पशु आश्रय शालाओं को लेकर जिलास्तरीय अधिकारियों की बैठक बुलाई. बैठक में पशु चिकित्साधिकारियों, नगरीय क्षेत्र के अधिशासी अधिकारी, एडीओ, वीडियो और सीओ मौजूद रहे. जिसमें मुख्य तौर पर हर गौशाला के लिए एक टीम बनाई गई, जिसमें चौकी प्रभारी, ग्राम सचिव, अधिशासी अधिकारी, बीडीओ और पशु चिकित्साधिकारी को नामित किया गया, जिसमें सबकी जिम्मेदारियां तय की गई.
हरदोईः गोशालाओं में मिली गड़बड़ी तो नपेंगे जिम्मेदार अफसर - गोशालाओं में गड़बड़ी
उत्तर प्रदेश के हरदोई में मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद जिला प्रशासन गोशालाओं में किसी भी तरह की अव्यवस्था को लेकर सतर्क हो गया है. डीएम ने प्रत्येक गोशाला का रोजाना निरीक्षण के साथ ही अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय कर दी है.
हरदोई गोशाला.
नई टीम इस तरीके से करेगी काम
- प्रत्येक आश्रय स्थल पर बनाई गई यह टीम रोजाना पशु आश्रय स्थल का निरीक्षण करेगी.
- यदि पशु आश्रय स्थल पर कोई लापरवाही पाई जाती है या किसी भी तरह का कोई हादसा सामने आता है तो पूरी टीम संयुक्त रूप से जिम्मेदार होगी.
- डीएम ने सभी गोशालाओं पर धनराशि का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं. हर गोशाला के लिए प्रशासन की ओर से 1 लाख रुपये की धनराशि दी गई है.
- लेकिन कुछ गौशाला ही ऐसी हैं जिनमें उसका पूर्णतया उपयोग हुआ है, इसलिए 3 दिन का समय देकर उन्हें धनराशि को खर्च कर उपयोग बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.
- प्रत्येक गौशाला स्थल के आसपास चारागाह की जमीन को चिन्हित किया जाएगा और उसमें चारा उगाया जाएगा ताकि गोवंशों को पौष्टिक चारा मिल सके.