हरदोई: जिले में विगत कई महीनों से एक समस्या लोगों के लिए जी का जंजाल बनी हुई है. ये समस्या है अमृत योजना के तहत डाली गई पाइप लाइन से पूरे जिले को खोद दिए जाने की. कई जगहों पर खुदी हुई सड़कों और गलियों को बनाए जाने की जिम्मेदारी जल निगम को ही सौंपी गई थी, लेकिन आज करीब 8 महीने बीत जाने के बाद भी जिले की स्थिति दयनीय है. इस पर जिलाधिकारी ने जल निगम के ठेकेदारों के करोड़ों रुपयों के भुगतान को रोक दिया है. साथ ही एक समय सीमा के अंदर अगर काम को पूरा नहीं किया जाता है, तो संबंधित ठेकेदार के ऊपर एफआईआर कराए जाने की चेतावनी भी डीएम ने दी है.
दरअसल, हरदोई जिले में अमृत योजना के तहत करीब 150 किलोमीटर लंबी वाटर लाइन को डाला था. इसके लिए जिले के तमाम रिहायशी इलाकों के साथ ही गलियों को खोद दिया गया था. इसमें तमाम ऐसी सड़कें व इंटरलॉकिंग भी थीं, जिन्हें कुछ ही महीनों पहले ही बनाया गया था, लेकिन पाइप लाइन डालने के लिए इन नई सड़कों को भी खोद दिया गया. वहीं पूरे जिले में 150 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन डालने के बाद पूरा जिला मानों धूल मिट्टी की चादर से ढक गया था. इससे रिहायशी इलाकों में रहने वाले लोगों को आज भी तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. यहां तक कि गली व सड़कें खोद दिए जाने के बाद लोगों की ओर से उसे मिट्टी से ढक दिया गया. इसके कारण धूल मिट्टी लोगों के घरों तक जाने लगी है.