हरदोई : जिले में सोशल मीडिया पर धमकी भरा पोस्ट डालना एक डिप्टी एसपी को महंगा पड़ गया. पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने फेसबुक पर धमकी भरा पोस्ट डालने वाले सीओ को मुख्यालय से अटैच किया है.
दरअसल, हरदोई जिले के संडीला क्षेत्र में मारपीट के मामले में बूथ अध्यक्ष की उपचार के दौरान हुई मौत के बाद भाजपा कार्यकर्ता और परिजन आक्रोशित थे. आरोप है कि इस दौरान सीओ संडीला अमित किशोर श्रीवास्तव ने मंडल महामंत्री के साथ मारपीट की. आक्रोशित भाजपा विधायक और भाजपा कार्यकर्ता स्थानीय थाना पहुंचे और सीओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे. जिसके बाद सीओ संडीला ने अपनी फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने भीड़ को धमकाने का वीडियो भी अपलोड किया, और धमकी भरे अंदाज में लिखा- 'कानून व्यवस्था को हाथ में लेने वालों सौ बार सोच लेना मैं सीओ संडीला हूं' सीओ के फेसबुक वॉल पर पोस्ट साझा करने के बाद पुलिस अधिकारियों ने इसका संज्ञान लिया और सीओ संडीला को मुख्यालय से अटैच कर दिया है. वहीं सीओ बघौली को संडीला सर्किल का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है.
डिप्टी एसपी संडीला मुख्यालय से किए गए अटैच
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के संडीला में तैनात रहे सीओ अमित किशोर श्रीवास्तव को संडीला से हटाकर पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने मुख्यालय से अटैच किया है, उनके स्थान पर सीओ संडीला का अतिरिक्त कार्यभार सीओ बघौली को सौंपा गया है.
भाजपा बूथ अध्यक्ष की मारपीट के दौरान हुई थी मौत, सीओ ने मंडल महामंत्री को पीटा था
दरअसल, कोतवाली संडीला क्षेत्र के पड़री गांव में हुई मारपीट में घायल भाजपा बूथ अध्यक्ष रामचंद्र राजपूत की उपचार के दौरान मौत हो गई थी. बूथ अध्यक्ष की मौत के बाद भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों और परिजनों ने घटना को लेकर रोष जताया. जिसके बाद मौके पर पहुंचे सीओ संडीला की लोगों से नोकझोंक हो गई. इस दौरान सीओ ने भाजपा मंडल महामंत्री विजय प्रताप सिंह के साथ जमकर मारपीट की.
विधायक और संगठन के पदाधिकारियों ने कार्रवाई की मांग की
भाजपा मंडल महामंत्री के साथ मारपीट के बाद आक्रोशित भाजपा विधायक राजकुमार अग्रवाल राजिया और भारतीय जनता पार्टी के संगठन के पदाधिकारी कोतवाली संडीला पहुंचे. जहां सीओ संडीला अमित किशोर श्रीवास्तव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई किए जाने की मांग करने लगे. इस दौरान किसी तरह भाजपा विधायक और भाजपा संगठन के पदाधिकारियों को पुलिसकर्मियों ने समझाया तब जाकर कहीं मामला शांत हुआ.