हरदोई: जिले में सफाई कर्मियों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट पर भूख हड़ताल शुरू कर दी है. सफाई कर्मियों का आरोप है कि जिला स्तरीय अधिकारियों के यहां तैनात सफाई कर्मी का उत्पीड़न और आर्थिक शोषण किया जाता है. उनका कहना है कि भूख हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं हो जाता है.
मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर सफाई कर्मी. इसे भी पढ़ें :-हरदोई: छापेमारी के दौरान पकड़ा गया 90 क्विंटल सड़ा सेब
भूख हड़ताल पर सफाई कर्मी
पंचायती राज विभाग के सफाई कर्मी अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर आज कलेक्ट्रेट परिसर में भूख हड़ताल पर बैठे हैं. इन सफाई कर्मियों का आरोप है कि सरकारी बंगलों में सफाई कर्मियों की तैनाती की जाती है और सरकारी अधिकारियों के यहां घरेलू काम भी सफाई कर्मियों से ही कराया जाता है, जबकि उनका काम गांव में साफ सफाई का है. इसके चलते स्वच्छता मिशन को बढ़ावा नहीं मिल पा रहा है.
सफाई कर्मियों की है मांग
सफाई कर्मियों की मांग है कि सरकारी बंगलों में सफाई कर्मियों की तैनाती ना की जाए और उनके एरियर का भुगतान शीघ्र किया जाए. उन्हें पशु आश्रय स्थलों से संबद्ध ना किया जाए और उनके काम से संबंधित कार्य ही उनसे कराया जाये. सफाई कर्मियों की भर्ती राजस्व गांव के लिए हुई थी. जिले में एक भी कर्मचारी राजस्व गांव में तैनात नहीं है.
कई सफाई कर्मी ब्लॉक कार्यालय, जिला मुख्यालय, कार्य अधिकारी के बंगलों में खाना बनाने, चौकीदारी करने, जूता साफ करने और कपड़े धोने इत्यादि कामों में लगा दिये जाते हैं. वहीं कुछ जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में संबद्ध हैं उन्हें शीघ्र ही शासन के आदेशानुसार राजस्व ग्रामों के लिये कार्यमुक्त किया जाये. जब तक हमारी इन मांगों को पूरा नहीं किया जाता हम तब तक भूख हड़ताल पर ही बैठे रहेंगे.
सफाई कर्मियों की तैनाती राजस्व ग्रामों के लिए हुई थी लेकिन राजस्व ग्रामों में तैनात ना करके सफाई कर्मियों को जिला पंचायत राज अधिकारी और उच्चाधिकारियों के यहां काम पर लगा दिया जाता है. इस तरह कर्मियों से अधिकारी घरेलू काम लेते हैं. ऐसे में सभी सफाई कर्मियों को कार्यमुक्त कर उनकी तैनाती राजस्व ग्रामों में की जाए और एरियर का भुगतान जल्द किया जाए.
-अमित कुमार, जिलाध्यक्ष, सफाई कर्मी संघ