हरदोई: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रदेश अध्यक्ष सुनील अर्कवंशी ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार पर स्वामी चिन्मयानंद को बचाने का आरोप लगाते हुए हमला बोला है. साथ ही प्याज की बढ़ती कीमतों पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि यह सरकार गिरने का संकेत है. वहीं ओमप्रकाश राजभर के द्वारा खुद को देश का सबसे बड़ा गुंडा बताने के बयान पर सफाई भी दी.
ईटीवी भारत से बातचीत करते सुभासपा प्रदेश अध्यक्ष. जनता देगी सरकार को जवाब
सुभासपा प्रदेश अध्यक्ष सुनील अर्कवंशी ने लगातार प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर कहा कि देश में लगातार प्याज की कीमतें बढ़ती जा रही हैं. भाजपा सरकार जिस तरह से कीमतों को कंट्रोल नहीं कर पा रही है उससे यह सरकार अब जाने वाली है. इससे पहले भी जब प्याज की कीमतें बढ़ी थी तो जनता ने सरकार को जवाब दे दिया था और सरकार को उखाड़ फेंकने का काम किया था. उसी का नमूना है यह. उसी का संकेत है. जल्द ही आपको देखने को मिलेगा.
उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में भाजपा सरकार को जनता उखाड़ फेंकने का काम करेगी. कहीं ना कहीं आप लोगों को भी दिखाई पड़ रहा होगा कि यह प्याज ही इस सरकार को गिराने का काम करेगा.
स्वामी चिन्मयानंद को बचा रही है बीजेपी
स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली विधि छात्रा को गिरफ्तार करने के सवाल पर सुभासपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह बेहद निंदनीय घटना है. इस घटना में बीजेपी चिन्मयानंद को बचाने का काम कर रही है. अगर भाजपा के लोग पहले ही पार्टी से निकालने की बात कर रहे हैं तो किस आरोप में चिन्मयानंद जी को निकाला गया और कब निकाला गया. यह बीजेपी बताए. बीजेपी का चेहरा लोगों के सामने आ चुका है.
उन्होंने कहा कि यह झूठ बोलने वाली सरकार है. यह नहीं बताएंगे कि हमने किस आरोप में और कब निकाला चिन्मयानंद को. चाहे उन्नाव की घटना ले लीजिए. लड़की तड़पती रही. थाना कचहरी के चक्कर परिवार के लोग लगाते रहे. उसके बाद भी बीजेपी के लोगों ने न तो विधायक को निकाला और न ही उनके ऊपर कोई कार्रवाई की.
ये भी पढ़ें: बाबरी मस्जिद विध्वंस केस: CBI कोर्ट में पेश होने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, दाखिल करेंगे सरेंडर एप्लीकेशन
ओपी राजभर के बयान पर दी सफाई
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर का बयान है कि वह बहुत बड़े गुंडे हैं और बड़े-बड़े माफिया उनके दरबारी हैं. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सुनील अर्कवंशी ने कहा कि बिल्कुल सत्य बात कही है. गुंडे वह भी हैं और हम भी हैं. इसका कारण आप जानने की और समझने की कोशिश करिए कि आखिर गुंडे शब्द की बात उन्होंने क्यों कही. हमारे जैसे पिछड़े समाज अर्कवंशी समाज, पाल और धनगर समाज को आंख दिखाने का अगर कोई काम करता है, उनकी आवाज को दबाने का काम करता है तो उनके लिए ही हम गुंडे हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष भी गुंडे हैं और हम भी गुंडे हैं.