हरदोईः डीएम पुलकित खरे ने जिले में सूखे पड़े तालाबों को ही पर्यटन स्थल बनाने की ठान ली है. यहां पर हर ब्लॉक में एक से दो तालाब मौजूद हैं जिनका जीर्णोद्धार करने के निर्देश दिए गये हैं. बेलाताली का काम अंतिम चरणों में है. जिलाधिकारी ने निरीक्षण भी कर लिया है. कुछ ही समय के बाद अब जिलेवासी इस पर्यटन स्थल पर नौका विहार का आनंद उठा सकेंगे.
हरदोई: बेलाताली बना पर्यटन स्थल, लोग उठाएंगे नौकाविहार का आनन्द
उत्तर प्रदेश के हरदोई में तालाबों के जीर्णोद्धार पर ध्यान दिया जा रहा है. डीएम ने जिले के हर ब्लॉक में मौजूद तालाबों के जीर्णोद्धार के निर्देश दिए हैं. इसी क्रम में शहर के बेलाताली का सौंदर्यीकरण कर अब नौकाविहार की तैयारी चल रही है.
बेलाताली गेट.
जानें बेलाताली के बारे में
- बेलाताली कई वर्षों से एक सूखा और खतरनाक ताल बना हुआ था.
- ताल में जलकुंभियां जमी हुई थीं इसलिए इसे बेलाताली कहते हैं.
- यहां कई लोगों की गिर कर मौत भी हो चुकी है और कई जानवरों के लिए भी ये बेलाताली मौत का ताल बन चुका है.
- डीएम खरे के अथक प्रयासों के बाद इसे एक पर्यटन स्थल का रूप प्रदान कर दिया गया है.
- इसको पूरी तरह से पर्यटन स्थल बनने में कुछ ही दिन शेष हैं.
- यहां पर जनपदवासियों के प्रातः और सायं टहलने के लिए ट्रैक की व्यवस्था के साथ ही बैठने के लिए बेंचों का इंतज़ाम भी किया गया है.
- वहीं हरे भरे पेड़ पौधे भी इस पर्यटनस्थल की शोभा बढ़ाएंगे और 1अगस्त से यहां पर लोग नौका विहार का लुफ्त भी उठा सकेंगे.
ये जगह बेकार पड़ी हुई थी जिसे एक पर्यटन स्थल का स्वरूप दिया गया है. यहां जल संचयन होगा और क्षेत्रीय लोगों के लिए एक बेहतर जगह साबित होगी. जल शक्ति अभियान में भी बेलाताली महत्वपूर्ण योगदान अदा करेगा. इसके बनने से आस पास का वातावरण भी बेहतर रहेगा.
-पुलकित खरे, जिलाधिकारी